COVID-19: केजरीवाल ने दिया नए ICU बेड के लिये तत्काल 1,200 बाईपैप मशीनें खरीदने का निर्देश

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,454 नए मामले सामने आए थे, वहीं 121 और संक्रमितों की मौत के बाद यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,512 हो गई.
- News18Hindi
- Last Updated: November 24, 2020, 10:53 PM IST
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नये आईसीयू बिस्तरों के लिये तत्काल 1,200 बाईपैप मशीनें खरीदने का निर्देश दिया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इन मशीनों के आने से नए आईसीयू बिस्तर तुरंत उपयोग के लायक हो जाएंगे. अधिकारी ने बताया कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से 1,200 बाईपैप मशीनें तुरंत खरीदी जाएंगी.
सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोविड-19 के कारण मृत्यु दर बढ़ने का जिम्मेदार पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को ठहराया था और उम्मीद जताई थी कि आगामी दो से तीन हफ्ते में हालात सुधरेंगे. दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,454 नए मामले सामने आए थे, वहीं 121 और संक्रमितों की मौत के बाद यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,512 हो गई.
कोविड-19 से संक्रमित लोगों के फेफड़ों में लगी चोट (खराबी) घातकइंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS), जो दिल्ली का पहला प्लाज्मा बैंक भी है, के हेड डॉ. एसके सरीन ने न्यूज़ 18 को पूर्व में दिए इंटरव्यू में कहा था कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित होते हैं उनके फेफड़ों में लगी चोट (खराबी) घातक होती है.
उन्होंने कहा था, 'चिंता करने की जो बात है वो यह कि कुछ रोगियों में, वायरस का हमला इतना बुरा होता है कि इसे हम कोरा स्कोर कहते हैं- जिस तरह से आप फेफड़ों की चोट का स्कोर करते हैं - वो a.6 से बहुत कम समय में 12, 20 तक हाई हो सकता है. इन मरीजों पर स्टेरॉयड का असर नहीं होता और न ही इसका कोई एंटी-वायरल दवा है. इसलिए मुझे लगता है, सरकार ने जो कॉकटेल (दवाओं का) निर्धारित (तय) किया है उसका रोगियों पर बहुत सावधानी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, मगर इस वायरस के साथ मृत्युदर अधिक है. यह बहुत बुरा वायरस है.'
सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोविड-19 के कारण मृत्यु दर बढ़ने का जिम्मेदार पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को ठहराया था और उम्मीद जताई थी कि आगामी दो से तीन हफ्ते में हालात सुधरेंगे. दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,454 नए मामले सामने आए थे, वहीं 121 और संक्रमितों की मौत के बाद यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,512 हो गई.
कोविड-19 से संक्रमित लोगों के फेफड़ों में लगी चोट (खराबी) घातकइंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS), जो दिल्ली का पहला प्लाज्मा बैंक भी है, के हेड डॉ. एसके सरीन ने न्यूज़ 18 को पूर्व में दिए इंटरव्यू में कहा था कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित होते हैं उनके फेफड़ों में लगी चोट (खराबी) घातक होती है.
उन्होंने कहा था, 'चिंता करने की जो बात है वो यह कि कुछ रोगियों में, वायरस का हमला इतना बुरा होता है कि इसे हम कोरा स्कोर कहते हैं- जिस तरह से आप फेफड़ों की चोट का स्कोर करते हैं - वो a.6 से बहुत कम समय में 12, 20 तक हाई हो सकता है. इन मरीजों पर स्टेरॉयड का असर नहीं होता और न ही इसका कोई एंटी-वायरल दवा है. इसलिए मुझे लगता है, सरकार ने जो कॉकटेल (दवाओं का) निर्धारित (तय) किया है उसका रोगियों पर बहुत सावधानी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, मगर इस वायरस के साथ मृत्युदर अधिक है. यह बहुत बुरा वायरस है.'