Delhi News: राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सीएम केजरीवाल का ऐलान- 6 राज्यों में चुनाव लड़ेगी AAP

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने ऐलान में कहा कि आप ने 6 राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में अगले 2 वर्षों में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 28, 2021, 5:20 PM IST
नई दिल्ली. राजधानी की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ऐलान करते हुए कहा है कि आप ने 6 राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में अगले 2 वर्षों में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश भर में प्रत्येक गांव गांव तक आम आदमी पार्टी के कामों की चर्चा है. लोग चाहते हैं कि हम उनके पास पहुंचे. उन्होंने कहा कि हमें लोगों तक पहुंचने के लिए एक संगठन बनाना होगा. लोगों तक पहुंचना होगा. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी को लोगों तक जाना होगा. सबको जोड़ना होगा.
उन्होंने कहा कि अगले दो सालों में 6 राज्यों में होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी भाग लेगी. केजरीवाल ने कहा कि उनके पास हर राज्य की जनता आती है. जो यह चाहती है कि आप उनके राज्य में पहुंचे. केजरीवाल ने कहा कि पिछले पांच साल के अनुभव ने सिखाया है कि अगर हम पांच साल में दिल्ली को बदल सकते हैं तो अन्य पार्टियां 70 साल में बड़े बदलाव को ला सकती थी. लेकिन इन लोगों ने जान बूझकर देश को पीछे रखा.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश भर में प्रत्येक गांव गांव तक आम आदमी पार्टी के कामों की चर्चा है. लोग चाहते हैं कि हम उनके पास पहुंचे. उन्होंने कहा कि हमें लोगों तक पहुंचने के लिए एक संगठन बनाना होगा. लोगों तक पहुंचना होगा. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी को लोगों तक जाना होगा. सबको जोड़ना होगा.
उन्होंने कहा कि अगले दो सालों में 6 राज्यों में होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी भाग लेगी. केजरीवाल ने कहा कि उनके पास हर राज्य की जनता आती है. जो यह चाहती है कि आप उनके राज्य में पहुंचे. केजरीवाल ने कहा कि पिछले पांच साल के अनुभव ने सिखाया है कि अगर हम पांच साल में दिल्ली को बदल सकते हैं तो अन्य पार्टियां 70 साल में बड़े बदलाव को ला सकती थी. लेकिन इन लोगों ने जान बूझकर देश को पीछे रखा.