Delhi Violence: कांग्रेस बोली- विवादित बयान देने वाले BJP नेताओं पर दर्ज हो FIR

दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस की 5 सदस्यीय कमेटी ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी.
कमेटी ने सोमवार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा है कि हिंसा थमने के बाद दिल्ली पुलिस ऐसे लोगों को भी रात में उठा ले जा रही है, जिनके नाम FIR में दर्ज नहीं हैं.
- News18India
- Last Updated: March 9, 2020, 4:42 PM IST
नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा की जांच के लिए कांग्रेस की ओर से गठित पांच सदस्यीय टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप दी है. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में गृहमंत्री अमित शाह और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि विवादित बयान देने वाले भाजपा नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज की जाए और हिंसा की न्यायिक जांच कराई जाए.
कमेटी ने सोमवार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा है कि हिंसा थमने के बाद दिल्ली पुलिस ऐसे लोगों को भी रात में उठा ले जा रही है, जिनके नाम FIR में दर्ज नहीं हैं. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा नेता प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
5 सदस्यीय कमेटी ने किया दौरा
दिल्ली हिंसा से प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाली कमेटी में मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, तारिक अनवर, कुमारी शैलजा और सुष्मिता देव शामिल थीं. पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने सोमवार को कमेटी की रिपोर्ट सौंपने के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कांग्रेस की कमेटी हिंसा से प्रभावित दर्जनभर से ज्यादा इलाकों में गई. साथ ही उन अस्पतालों में भी गई, जहां हिंसा में घायल हुए लोगों का इलाज किया गया. वासनिक ने बताया कि कमेटी ने हिंसा पीड़ितों के परिवार जनों के साथ बातचीत की और उनका दर्द जाना.मुकुल वासनिक ने कहा, 'हमने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. दंगों से पीड़ित लोगों से मुलाकात की. घायलों और उनके परिवार से मुलाकात की. अभी जो जानकारी हमें मिली है कि पुलिस रात में पहुंचती है और लोगों को उठा ले जाती है.' उन्होंने कहा, 'जो देखने को मिला वो बहुत भयावह था. यह दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा की ओर से धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण किया गया और दंगों में इसका बहुत बड़ा योगदान रहा.' वासनिक ने आरोप लगाया कि देश में बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था का संकट, महिलाओं की असुरक्षा और दलितों की समस्याओं से ध्यान भटकाने का भाजपा का षड्यंत्र हो सकता है. उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री के इस्तीफा की मांफ की थी, लेकिन अब तक इस्तीफा नहीं हुआ. हम अभी भी मानते हैं कि गृह मंत्री ने अपनी भूमिका नहीं निभाई.'
भाजपा नेताओं ने दिए भड़काऊ बयान
मुकुल वासनिक ने दिल्ली हिंसा प्रभावितों से बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा कि उत्तर-पूर्वी जिले में हुई हिंसा के पीड़ितों का अनुभव बड़ा ही भयावह था. कमेटी के सदस्यों ने विभिन्न इलाकों में जिस तरह का हाल देखा, पीड़ितों की स्थिति देखी, उस पीड़ा या दर्द को बयां करना मुश्किल है. वासनिक ने दावा किया, 'भाजपा नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए. 690 प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. यह सरकार एक बार फिर राजधर्म निभाने में विफल रही.' उन्होंने कहा, 'अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा और अभय वर्मा के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाए. मामले की न्यायिक जांच कराई जाए जो ऊपरी अदालत के किसी निवर्तमान न्यायाधीश के जरिये हो." वासनिक ने कहा कि कई जगह देखा गया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही. कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में हिंसा के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों जिम्मेदार हैं.
(इनपुट - भाषा से भी)

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कमेटी ने सोमवार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा है कि हिंसा थमने के बाद दिल्ली पुलिस ऐसे लोगों को भी रात में उठा ले जा रही है, जिनके नाम FIR में दर्ज नहीं हैं. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा नेता प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
5 सदस्यीय कमेटी ने किया दौरा
दिल्ली हिंसा से प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाली कमेटी में मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, तारिक अनवर, कुमारी शैलजा और सुष्मिता देव शामिल थीं. पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने सोमवार को कमेटी की रिपोर्ट सौंपने के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कांग्रेस की कमेटी हिंसा से प्रभावित दर्जनभर से ज्यादा इलाकों में गई. साथ ही उन अस्पतालों में भी गई, जहां हिंसा में घायल हुए लोगों का इलाज किया गया. वासनिक ने बताया कि कमेटी ने हिंसा पीड़ितों के परिवार जनों के साथ बातचीत की और उनका दर्द जाना.मुकुल वासनिक ने कहा, 'हमने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. दंगों से पीड़ित लोगों से मुलाकात की. घायलों और उनके परिवार से मुलाकात की. अभी जो जानकारी हमें मिली है कि पुलिस रात में पहुंचती है और लोगों को उठा ले जाती है.' उन्होंने कहा, 'जो देखने को मिला वो बहुत भयावह था. यह दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा की ओर से धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण किया गया और दंगों में इसका बहुत बड़ा योगदान रहा.' वासनिक ने आरोप लगाया कि देश में बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था का संकट, महिलाओं की असुरक्षा और दलितों की समस्याओं से ध्यान भटकाने का भाजपा का षड्यंत्र हो सकता है. उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री के इस्तीफा की मांफ की थी, लेकिन अब तक इस्तीफा नहीं हुआ. हम अभी भी मानते हैं कि गृह मंत्री ने अपनी भूमिका नहीं निभाई.'
Mukul Wasnik, Congress: We demand that an FIR be registered against Union Minister Anurag Thakur, BJP leaders Kapil Mishra & Parvesh Verma (for their speeches during Delhi polls). We also demand judicial inquiry in supervision of a sitting judge of High Court or Supreme Court. https://t.co/AcfuMB5M2X pic.twitter.com/fwGxxsiZze
— ANI (@ANI) March 9, 2020
LIVE: Congress Party briefing by Members of Delegation constituted to visit riot affected areas of Delhi. https://t.co/Nf8XDakdN9
— Congress Live (@INCIndiaLive) March 9, 2020
भाजपा नेताओं ने दिए भड़काऊ बयान
मुकुल वासनिक ने दिल्ली हिंसा प्रभावितों से बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा कि उत्तर-पूर्वी जिले में हुई हिंसा के पीड़ितों का अनुभव बड़ा ही भयावह था. कमेटी के सदस्यों ने विभिन्न इलाकों में जिस तरह का हाल देखा, पीड़ितों की स्थिति देखी, उस पीड़ा या दर्द को बयां करना मुश्किल है. वासनिक ने दावा किया, 'भाजपा नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए. 690 प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. यह सरकार एक बार फिर राजधर्म निभाने में विफल रही.' उन्होंने कहा, 'अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा और अभय वर्मा के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाए. मामले की न्यायिक जांच कराई जाए जो ऊपरी अदालत के किसी निवर्तमान न्यायाधीश के जरिये हो." वासनिक ने कहा कि कई जगह देखा गया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही. कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में हिंसा के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों जिम्मेदार हैं.
(इनपुट - भाषा से भी)
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