दिल्ली. कोविड-19 (COVID-19) को लेकर भारत विश्व भर में भले ही तीसरे पायदान पर पहुंच गया हो लेकिन देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना का कहर अब कम होता नजर आ रहा है. एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का भी कहना है कि दिल्ली में कोरोना का पीक जा चुका है. यही कारण है कि अब दिल्ली में केस कम होने लगे हैं, लेकिन अभी भी कई ऐसी जगह है जहां पर पीक (Corona peak) खत्म नहीं हुआ है. दिल्ली के आंकड़े कर्व फ्लैट पर कोरोना डेटा को लेकर अगर दिल्ली के पिछले दिनों के आंकड़े पर नजर डालें तो 15 दिन बाद के आंकड़े बेहद कम आ रहे हैं. डॉ. गुलेरिया का कहना है कि दिल्ली के डेटा से पता चलता है कि कोविड कर्व फ्लैट पर है और उम्मीद है कि कोरोना दिल्ली से बीत चुका है. सोमवार को दिल्ली में कोरोना वायरस 954 केस की संख्या. 15 दिन पहले दिल्ली का डेटा 2008 पर था. इसी से पता चलता है कि दिल्ली में कोरोना कर्व फ्लैट कर है और मामले लगातार कम हो रहे हैं.
हालांकि डॉ. गुलेरिया कहना है कि अभी हमें सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. उसमें कोताही करना सभी के लिए मुश्किल का कारण बन सकता है. दिल्ली सरकार प्रतिदिन दिल्ली का हेल्थ बुलेटिन जारी करती है. हेल्थ बुलिटिन पर नजर डाले तो लगातार मामलों में कमी पाई जा रही है. दिल्ली में सोमवार को 954 नए केस आए. अब कुल मामले 123747 हो गए हैं. 1784 लोग रिकवर हुए हैं. 84 फीसदी लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं. वहीं, दिल्ली के मंगलवार के हेल्थ बुलिटिन में कोरोना रिकवरी रेट 84.83% है और पिछले 24 घण्टे में कोरोना के 1349 मामले सामने आए हैं. कुल मामले 1,25,096 हो गए हैं.
बढ़ाई गई टेस्ट की संख्या
दिल्ली सरकार के 7 जुलाई की हेल्थ बुलिटिन पर नजर डालें तो दिल्ली में करीब 15 दिन पहले कोरोना के कुल मामले 102831 थे, जबकि मंगलवार को 1,25,096 केस हो गए हैं. वही 15 दिन पहले दिल्ली में कराए गए एंटीजन टेस्ट का आंकड़ा 13653 था और आज एंटीजन टेस्ट का आंकड़ा 15201 है. इसके साथ ही RT-PCR टेस्ट जहां 15 दिन पहले 8795 थे वो आज 5651 हैं. इसके साथ ही अब दिल्ली में कोरोना का रिकवरी रेट 84.83% और डेथ रेट- 2.95 हो गया है.
दिल्ली में केस कम आने की वजह क्या है?
दिल्ली में लगातार कोरोना केस में गिरावट दर्ज की जा रही है. इस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि इस वायरस का बिहेव कैसे होगा कहना मुश्किल है. लोग जागरूक हो रहे हैं. मास्क लगा रहे हैं. सरकार ने पेनल्टी भी लगाना शुरू कर दिया है. अकेला मास्क 80 फीसदी तक संक्रमण रोक सकता है. एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के बयान पर उनका कहना है कि यह दिल्ली के लिए राहत भरी खबर है कि दिल्ली से कोरोना का पीक जा चुका है.
सत्येंद्र जैन का कहना है कि कुछ लोग कह रहे हैं कि दिल्ली में कोरोना केस इसलिए कम दिखाई दे रहे हैं कि एंटीजन टेस्टिंग की जा रही है और RT-PCR टेस्ट कम हो रहे हैं. तो आपको बता दूं कि दोनों की एक्यूरेसी लगभग बराबर है. उन्होंने कहा कि जिन एंटीजन वालों में लक्षण मिलते हैं उनका RT-PCR भी किया जाता है. अगर 100 लोगों का एंटीजन उसमें 4 आए जिनमें लक्षण हैं उनका RT-PCR भी करते हैं.
कन्टेनमेंट ज़ोन की संख्या 700 लेकिन केस कम क्यों?
सत्येंद्र जैन का यह भी कहना है कि लोगों के दिमाग में है कि अगर कोरोना कम हो रहा है तो ज्यादा कंटेनमेंट जोन क्यों है. इसके लिए हमें केंद्र से बात करनी पड़ेगी. कुछ कन्टेनमेंट 3-4 महीने से बने हुए हैं. पॉलिसी है 28 दिन तक कोई केस नहीं आना चाहिए.