दिल्ली BJP का CM केजरीवाल पर 'प्रहार', कहा- किसानों ने खोली सरकार के झूठ की पोल

सीएम केजरीवाल का यह दावा है कि उनकी सरकार दिल्ली में किसानों को खेतों में पराली जलाने से रोकने के लिए उन्हें दवाई उपलब्ध करा रही है जिससे वो खाद बन जाए (फाइल फोटो)
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Aadesh Gupta) और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी (Ramveer Singh Bidhuri) ने दिल्ली सरकार के इस दावे पर निशाना साधते हुए कहा कि पराली से खाद बनाना एक फरेब मात्र है, किसानों को ऐसी कोई दवा केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) की ओर से मिली ही नहीं जिससे खाद बनती हो
- News18Hindi
- Last Updated: November 24, 2020, 10:52 PM IST
नई दिल्ली. करोड़ों रुपए खर्च कर अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal Government) यह प्रचार कर रही है कि वो दिल्ली के किसानों (Delhi Farmers) को पराली से खाद (Fertilizer From Stubble) बनाने की दवा बांट रही है. मंगलवार को दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Aadesh Gupta) और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी (Ramveer Singh Bidhuri) ने दिल्ली सरकार के इस दावे पर निशाना साधते हुए कहा कि पराली से खाद बनाना एक फरेब मात्र है, किसानों को ऐसी कोई दवा केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) की ओर से मिली ही नहीं जिससे खाद बनती हो. केजरीवाल सरकार के झूठ के खिलाफ पोल खोल अभियान के तहत इन दोनों नेता ने मीडिया के साथ नरेला विधानसभा क्षेत्र के घोघा गांव, बवाना विधानसभा क्षेत्र के दरियापुर, हरेवली, नागल, बाजीपुर और माजरा डबास के कृषि क्षेत्रों का दौरा कर रियलिटी चेक किया और किसानों की व्यथा सुनी. इस अवसर पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर राणा, प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सहरावत, प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार सहित किसान मोर्चा के कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
इस दौरान किसानों ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता के सामने अपना दुखड़ा रोया और केजरीवाल सरकार की पर्ची दिखाते हुए बताया कि केजरीवाल सरकार की मंडी में उनसे 800-1000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा गया. आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार पंजाब में जाकर यह दावा कर रही है कि वो किसानों को 2,600 रुपए प्रति क्विंटल दे रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या केजरीवाल सरकार की नैतिकता खत्म हो चुकी है जो वो राजनीति के लिए अन्नदाता को धोखा दे रही है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने अन्य राज्यों में प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगवाए हैं कि वो दिल्ली के किसानों को पराली से खाद बनाने की दवा उपलब्ध करवा रही है, इससे प्रदूषण मे कमी आ रही है. जबकि दिल्ली के किसानों के खेतों में अभी तक एक ग्राम भी खाद नहीं बनी है, यदि कहीं बनी है तो बताएं.

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के किसानों को किसान का दर्जा नहीं दियादूसरी ओर आज भी दिल्ली के खेतों में पराली के अंबार लगे हुए हैं और केजरीवाल सरकार की ओर से कोई मदद ना मिलने के कारण किसानों को गेहूं की बुआई में देरी हो रही है. किसानों की समस्या बस यही नहीं है बल्कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के किसानों को किसान का दर्जा ही नहीं दिया है, उन्हें कृषि उपकरणों की खरीद पर कोई सब्सिडी नहीं मिलती है, देश भर में सबसे महंगी बिजली दिल्ली के किसानों को मिलती है, उन्हें ट्यूबवेल लगाने की अनुमति तक नहीं है, जमीन की दाखिल खारिज की भी कोई व्यवस्था नहीं है.
आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा किसानों पर मुकदमे किए जा रहे हैं और उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है. उन्होंने कहा कि देशभर में केजरीवाल सरकार किसानों की हितैषी बनने का ढोंग करने के लिए किसानों को केंद्र सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ज्यादा देने का प्रचार कर रही है. लेकिन वास्तव में दिल्ली के किसानों को दिल्ली सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं दे रही है. झूठ और धर्म की राजनीति करने वाली केजरीवाल सरकार किसानों को धोखा देकर पूरी दिल्ली को अपमानित कर रही है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार का यह नाटक दिल्ली बीजेपी नहीं चलने देगी और किसानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देगी, दिल्ली बीजेपी किसानों के हितों और उनके हक की लड़ाई लड़ेगी, उन्हें किसान का दर्जा भी दिलवाएगी.

CM केजरीवाल ने बैठक में किसानों का मुद्दा हंस कर टाल दिया
वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ सर्वदलीय बैठक में दिल्ली के किसानों की दुर्दशा का मुद्दा उठाया था, लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस गंभीर मुद्दे को हंसकर टाल दिया. किसानों को धोखा देकर आखिर मुख्यमंत्री केजरीवाल इतना झूठा प्रचार क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के झूठ की पोल दिल्ली के किसानों ने खोल दी है. किसानों के नाम पर राजनीति करने वाली दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में कहीं भी पराली से खाद नहीं बनाई जा रही. किसानों पर मुकदमे दर्ज कर केजरीवाल सरकार द्वारा उनपर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज हमने केजरीवाल सरकार द्वारा किसानों को पराली से खाद बनाने की दवा बांटने के झूठ को बेनकाब किया है और अगर केजरीवाल सरकार ने किसानों से किए गए वादों पर अमल नहीं किया तो किसानों की हक की लड़ाई आंदोलन का रूप लेगी.
इस दौरान किसानों ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता के सामने अपना दुखड़ा रोया और केजरीवाल सरकार की पर्ची दिखाते हुए बताया कि केजरीवाल सरकार की मंडी में उनसे 800-1000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा गया. आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार पंजाब में जाकर यह दावा कर रही है कि वो किसानों को 2,600 रुपए प्रति क्विंटल दे रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या केजरीवाल सरकार की नैतिकता खत्म हो चुकी है जो वो राजनीति के लिए अन्नदाता को धोखा दे रही है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने अन्य राज्यों में प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगवाए हैं कि वो दिल्ली के किसानों को पराली से खाद बनाने की दवा उपलब्ध करवा रही है, इससे प्रदूषण मे कमी आ रही है. जबकि दिल्ली के किसानों के खेतों में अभी तक एक ग्राम भी खाद नहीं बनी है, यदि कहीं बनी है तो बताएं.

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि वो पराली से खाद बनाने की दवा देने के नाम पर किसानों के साथ छल कर रही है (फाइल फोटो)
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के किसानों को किसान का दर्जा नहीं दियादूसरी ओर आज भी दिल्ली के खेतों में पराली के अंबार लगे हुए हैं और केजरीवाल सरकार की ओर से कोई मदद ना मिलने के कारण किसानों को गेहूं की बुआई में देरी हो रही है. किसानों की समस्या बस यही नहीं है बल्कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के किसानों को किसान का दर्जा ही नहीं दिया है, उन्हें कृषि उपकरणों की खरीद पर कोई सब्सिडी नहीं मिलती है, देश भर में सबसे महंगी बिजली दिल्ली के किसानों को मिलती है, उन्हें ट्यूबवेल लगाने की अनुमति तक नहीं है, जमीन की दाखिल खारिज की भी कोई व्यवस्था नहीं है.
दिल्ली सरकार की असलियत और झूठ को expose करने के लिए दिल्ली के गावों के निरिक्षण के दौरान हरेवली गाँव में हमारे मेहनती किसानों के साथ चर्चा की।
CM @ArvindKejriwal करोड़ों खर्च करके देशभर में प्रचार कर रहे हैं कि दिल्ली में पराली से खाद बन रही है, लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और ही है। pic.twitter.com/AmNo57waXd— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) November 24, 2020
आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा किसानों पर मुकदमे किए जा रहे हैं और उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है. उन्होंने कहा कि देशभर में केजरीवाल सरकार किसानों की हितैषी बनने का ढोंग करने के लिए किसानों को केंद्र सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ज्यादा देने का प्रचार कर रही है. लेकिन वास्तव में दिल्ली के किसानों को दिल्ली सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं दे रही है. झूठ और धर्म की राजनीति करने वाली केजरीवाल सरकार किसानों को धोखा देकर पूरी दिल्ली को अपमानित कर रही है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार का यह नाटक दिल्ली बीजेपी नहीं चलने देगी और किसानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देगी, दिल्ली बीजेपी किसानों के हितों और उनके हक की लड़ाई लड़ेगी, उन्हें किसान का दर्जा भी दिलवाएगी.

केजरीवाल सरकार का दावा है कि वो दिल्ली के किसानों को बेहद कम मूल्य में पराली को खाद में बदलने वाला दवाई उपलब्ध करा रही है (फाइल फोटो)
CM केजरीवाल ने बैठक में किसानों का मुद्दा हंस कर टाल दिया
वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ सर्वदलीय बैठक में दिल्ली के किसानों की दुर्दशा का मुद्दा उठाया था, लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस गंभीर मुद्दे को हंसकर टाल दिया. किसानों को धोखा देकर आखिर मुख्यमंत्री केजरीवाल इतना झूठा प्रचार क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के झूठ की पोल दिल्ली के किसानों ने खोल दी है. किसानों के नाम पर राजनीति करने वाली दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में कहीं भी पराली से खाद नहीं बनाई जा रही. किसानों पर मुकदमे दर्ज कर केजरीवाल सरकार द्वारा उनपर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज हमने केजरीवाल सरकार द्वारा किसानों को पराली से खाद बनाने की दवा बांटने के झूठ को बेनकाब किया है और अगर केजरीवाल सरकार ने किसानों से किए गए वादों पर अमल नहीं किया तो किसानों की हक की लड़ाई आंदोलन का रूप लेगी.