Corona Vaccine लगाने में मदद नहीं करेंगे दिल्ली नगर निगम के शिक्षक, 5 माह से नहीं मिला है वेतन

दिल्ली समेत पूरे देश में 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीन देने की शुरुआत होगी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
सोलह जनवरी को दिल्ली (Delhi) समेत पूरे देश में कोरोना का वैक्सीन लगाया जाना है. सबसे पहले यह टीका स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वैक्सीन अभियान (Corona Vaccine Campaign) में लगे कर्मचारियों को ही लगाया जाना है. लेकिन वैक्सीन न लगवाने की बात उन्होंने वेतन (Salary) नहीं मिलने के विरोध में कही है
- News18Hindi
- Last Updated: January 13, 2021, 6:25 PM IST
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाए जाने की तैयारियों में बीच नगर निगम शिक्षक संघ ने वैक्सीन लगाने के काम में मदद नहीं करने की घोषणा की है. नगर निगम शिक्षक संघ की ओर से आए इस बयान से दिल्ली सरकार (Delhi Government) की नींद उड़ गई है. सबसे पहले यह टीका स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वैक्सीन अभियान (Corona Vaccine Campaign) में लगे कर्मचारियों को ही लगाया जाना है. लेकिन वैक्सीन न लगवाने की बात उन्होंने वेतन (Salary) नहीं मिलने के विरोध में कही है.
हाल ही में सरकार की ओर से यह बात कही गई कि कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के लिए उसने पूरी तैयारियां कर ली हैं. इस बीच नगर निगम शिक्षक संघ दिल्ली के वरिष्ठ VP की ओर से कहा गया कि पिछले पांच माह से उन्हें भुगतान नहीं किया गया. वेतन नहीं मिलने के बावजूद भी वो अभी तक ड्यूटी करते रहे. उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपनी बकाया राशि का भुगतान करने की अपील करते हैं. इसलिए हम टीकाकरण अभियान के दौरान खुद को टीका लगाने में मदद नहीं करेंगे.
बता दें कि बकाया वेतन को लेकर कोरोना संकट के बीच दिल्ली के तीनों नगर निगमों (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी) में विरोध देखा जा रहा है.
महीनों से वेतन नहीं मिलने से नाराज हैं कर्मचारी
इससे पहले, बुधवार को शिक्षकों ने सिविक सेंटर के बाहर प्रदर्शन कर वेतन जारी करने की मांग की.
तीनों निगम में विभिन्न यूनियन के संयुक्त समूह कन्फेडरेशन ऑफ एमसीडी एम्प्लाइज यूनियन के संयोजक ए.पी खान ने बताया कि हड़ताल के पहले हमने तीनों निगमों और मुख्यमंत्री कार्यालय में नोटिस दे दिया था. इसके बाद भी मुद्दा हल नहीं हुआ है. निगम के कर्मी पांच-पांच माह से बिना वेतन के कार्य कर रहे हैं. जब वेतन मिलना ही नहीं हैं तो फिर काम क्यों कराया जा रहा है. खान ने कहा कि सभी कर्मचारी गुरुवार की सुबह सिविल लाइंस जोन पर एकत्रित होकर राज निवास पर धरना देंगे.
बता दें कि तीनों नगर निगमों में डेढ़ लाख कर्मचारी हैं. इनमें 70 हजार सफाईकर्मी हैं, 25 हजार शिक्षक हैं. तीनों निगम में पांच माह से उत्तरी निगम के कर्मियों को वेतन नहीं मिला है. साथ ही उन्हें वेतन 20 दिन देरी से मिलता है. दक्षिणी निगम कर्मियों को तीन माह से वेतन और पेंशन नहीं मिला है. जबकि पूर्वी निगम में सातवें वेतन आयोग का बकाया नहीं मिला है.
हाल ही में सरकार की ओर से यह बात कही गई कि कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के लिए उसने पूरी तैयारियां कर ली हैं. इस बीच नगर निगम शिक्षक संघ दिल्ली के वरिष्ठ VP की ओर से कहा गया कि पिछले पांच माह से उन्हें भुगतान नहीं किया गया. वेतन नहीं मिलने के बावजूद भी वो अभी तक ड्यूटी करते रहे. उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपनी बकाया राशि का भुगतान करने की अपील करते हैं. इसलिए हम टीकाकरण अभियान के दौरान खुद को टीका लगाने में मदद नहीं करेंगे.
We haven't been paid for the past 5 months. We have done COVID duties as of now. Going forward, we appeal to the govt to pay our dues. Else we won't help and get ourselves vaccinated during the vaccination drive: Senior VP of Municipal Corporation Teachers' Association, Delhi pic.twitter.com/reiSzkZLw9
— ANI (@ANI) January 13, 2021
बता दें कि बकाया वेतन को लेकर कोरोना संकट के बीच दिल्ली के तीनों नगर निगमों (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी) में विरोध देखा जा रहा है.
महीनों से वेतन नहीं मिलने से नाराज हैं कर्मचारी
इससे पहले, बुधवार को शिक्षकों ने सिविक सेंटर के बाहर प्रदर्शन कर वेतन जारी करने की मांग की.
तीनों निगम में विभिन्न यूनियन के संयुक्त समूह कन्फेडरेशन ऑफ एमसीडी एम्प्लाइज यूनियन के संयोजक ए.पी खान ने बताया कि हड़ताल के पहले हमने तीनों निगमों और मुख्यमंत्री कार्यालय में नोटिस दे दिया था. इसके बाद भी मुद्दा हल नहीं हुआ है. निगम के कर्मी पांच-पांच माह से बिना वेतन के कार्य कर रहे हैं. जब वेतन मिलना ही नहीं हैं तो फिर काम क्यों कराया जा रहा है. खान ने कहा कि सभी कर्मचारी गुरुवार की सुबह सिविल लाइंस जोन पर एकत्रित होकर राज निवास पर धरना देंगे.
बता दें कि तीनों नगर निगमों में डेढ़ लाख कर्मचारी हैं. इनमें 70 हजार सफाईकर्मी हैं, 25 हजार शिक्षक हैं. तीनों निगम में पांच माह से उत्तरी निगम के कर्मियों को वेतन नहीं मिला है. साथ ही उन्हें वेतन 20 दिन देरी से मिलता है. दक्षिणी निगम कर्मियों को तीन माह से वेतन और पेंशन नहीं मिला है. जबकि पूर्वी निगम में सातवें वेतन आयोग का बकाया नहीं मिला है.