किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा और उपद्रव होने के बाद दिल्ली का कनॉट प्लेस बंद

आंदोलन कर रहे किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली की सड़कों पर जमकर हिंसा और हंगामा हुआ
नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कनॉट प्लेस (Connaught Place) बंद रखने का परामर्श दिया है. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर परेड में अराजकता फैल गई है. किसान सारे नियम-कायदे तोड़ते हुए आईटीओ पहुंच गए.
- News18Hindi
- Last Updated: January 26, 2021, 5:48 PM IST
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में किसानों की ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) में कई जगहों पर हिंसा और पथराव देखने को मिला. किसानों के उपद्रव के कारण नई दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को कनॉट प्लेस (Connaught Place) को बंद रखने की घोषणा की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कनॉट प्लेस बंद रखने का परामर्श दिया है. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर परेड में अराजकता फैल गई है. किसान सारे नियम-कायदे तोड़ते हुए आईटीओ पहुंच गए हैं. मैंने पुलिस आयुक्त से बात की तो परामर्श मिला की बाजारों को बंद रखा जाए. हमने उन दुकानों को भी बंद करने के लिए कहा है, जो सामान्य दिन में इस वक्त तक खुल गई होती हैं.
हर साल गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर आयोजित होने वाली परेड के कारण कनॉट प्लेस दोपहर एक बजे के बाद खुलता है. भार्गव ने कहा, ‘आज व्यापारियों के लिए अच्छे कारोबार का दिन है, लेकिन सबकी सुरक्षा ज्यादा जरूरी है इसलिए आज दुकानें बंद रखना ही उचित है.’

आंदोलनकारी किसानों ने पूर्व घोषणा के तहत मंगलवार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हुई. किसान ऐतिहासिक लाल किला और आईटीओ भी पहुंचे और यहां उन्होंने जमकर उपद्रव मचाया. कई जगहों पर वो ट्रैक्टर परेड के लिए तय रास्तों को छोड़कर अन्य रास्तों से जाने लगे और उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
दिल्ली की सीमा पर 26 नवंबर से किसान दे रहे हैं धरना
बता दें कि किसान केंद्र द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ हैं. वो इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं. बीते 26 नवंबर से पंजाब-हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. तमाम मुश्किलों और दुश्वारियों के बावजूद वो यहां जमे हुए हैं. केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस मुद्दे का हल नहीं निकल सका है. किसान तीनों कानूनों को वापस लेने की लगातार मांग कर रहे हैं. वो इससे कम पर राजी नहीं हैं.
हर साल गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर आयोजित होने वाली परेड के कारण कनॉट प्लेस दोपहर एक बजे के बाद खुलता है. भार्गव ने कहा, ‘आज व्यापारियों के लिए अच्छे कारोबार का दिन है, लेकिन सबकी सुरक्षा ज्यादा जरूरी है इसलिए आज दुकानें बंद रखना ही उचित है.’

किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर सेंट्रल दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस को बंद रखने की ट्वीट
आंदोलनकारी किसानों ने पूर्व घोषणा के तहत मंगलवार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हुई. किसान ऐतिहासिक लाल किला और आईटीओ भी पहुंचे और यहां उन्होंने जमकर उपद्रव मचाया. कई जगहों पर वो ट्रैक्टर परेड के लिए तय रास्तों को छोड़कर अन्य रास्तों से जाने लगे और उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
दिल्ली की सीमा पर 26 नवंबर से किसान दे रहे हैं धरना
बता दें कि किसान केंद्र द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ हैं. वो इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं. बीते 26 नवंबर से पंजाब-हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. तमाम मुश्किलों और दुश्वारियों के बावजूद वो यहां जमे हुए हैं. केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस मुद्दे का हल नहीं निकल सका है. किसान तीनों कानूनों को वापस लेने की लगातार मांग कर रहे हैं. वो इससे कम पर राजी नहीं हैं.