दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान उड़ाई 150 से ज्यादा बाइक्स, स्पेशल स्टाफ ने 15 गाड़ियों के साथ दबोचा

सभी चोरी की बाइक्स रिसीवर को सौप दी जाती थीं.
पुलिस (Police) ने इनके पास से चोरी की 15 बाइक बरामद की हैं. इन सभी की पहचान सीसीटीवी के जरिये की गई, जिनमें ये चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे.
- News18Hindi
- Last Updated: March 9, 2021, 8:35 PM IST
नई दिल्ली. दक्षिण दिल्ली पुलिस (South Delhi Police) के स्पेशल स्टाफ की टीम ने मेवाती बाइक चोरों (Mewati Bike Thieves) के एक प्रोफेशनल गैंग को गिरफ्तार किया है, जिसने लॉकडाउन के दौरान 8 महीनों में 150 से ज्यादा बाइक चोरी कर लीं. ये गैंग मेवाती है और मेवात से बाइक चोरी करने के इरादे से दिल्ली समेत राजस्थान, हरियाणा (Haryana) और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सक्रिय था. ये गैंग बाइक चोरी के लिए दिल्ली, भरतपुर, अलवर , मथुरा, आगरा, जयपुर, फरीदाबाद, और गुरुग्राम में चक्कर लगाता था. बाइक चोरी करने के लिए ये पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करता था. और बाइक चोरी करके उन्ही बाइक में वापस मेवात को निकल जाता था, जहां सभी चोरी की बाइक्स रिसीवर को सौप दी जाती थीं.
पुलिस ने इनके पास से चोरी की 15 बाइक बरामद की हैं. इन सभी की पहचान सीसीटीवी के जरिये की गई, जिनमें ये चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. ये 2500 से 3500 रुपए लड़कों को एक ट्रिप के देते थे. वहीं, चोरी की बाइक 5 हज़ार से 12 हजार रुपए तक बेची जाती थी. इस गैंग का आरोपी आस मोहम्मद पेशेवर बाइक चोर है. दिल्ली में उसे पहली बार साल 2009 में और फिर 2012 में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उसने कभी अपने तरीके में बदलाव नहीं किया. उसने अपनी गतिविधियां जारी रखीं, लेकिन एक दशक तक कभी नहीं पकड़ा गया.
अभी इनसे पूछताछ की जा रही हैवह मेवात क्षेत्र के दूसरे लड़कों को काम पर रखता था और उन्हें अपने साथ लाता है. उन लड़कों को 2500 से 3500 रुपए भी एक ट्रिप के दिए जाते थे. वह किसी भी बाइक का लॉक खोलने और उसे एक मिनट के भीतर स्टार्ट करने में माहिर थे. मेवात क्षेत्र पुलिस पार्टियों पर हमला करने के लिए कुख्यात है. जब कभी पुलिस टीम उनके गांव या इलाकों का दौरा करती है. ये फरार हो जाते थे. यह सभी शराब, ड्रग्स, जुआ और सट्टा के आदी हैं. जहां वह अपने हिस्से का पैसा खर्च करते थे. पुलिस ने 16 मामलों का खुलासा किया है, जबकि अभी इनसे पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने इनके पास से चोरी की 15 बाइक बरामद की हैं. इन सभी की पहचान सीसीटीवी के जरिये की गई, जिनमें ये चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. ये 2500 से 3500 रुपए लड़कों को एक ट्रिप के देते थे. वहीं, चोरी की बाइक 5 हज़ार से 12 हजार रुपए तक बेची जाती थी. इस गैंग का आरोपी आस मोहम्मद पेशेवर बाइक चोर है. दिल्ली में उसे पहली बार साल 2009 में और फिर 2012 में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उसने कभी अपने तरीके में बदलाव नहीं किया. उसने अपनी गतिविधियां जारी रखीं, लेकिन एक दशक तक कभी नहीं पकड़ा गया.
