Delhi News: सीएम केजरीवाल ने 26 जनवरी की घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, असली गुनहगारों को मिले सजा

सीएम अरविंद केजरीवाल. (File)
देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने 26 जनवरी को हुई हिंसा को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 28, 2021, 5:21 PM IST
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने 26 जनवरी को हुई हिंसा को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने आम आदम पार्टी (AAP) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि हिंसा के असली गुनहगारों पर कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी पर भी फर्जी केस नहीं होने चाहिए.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था. बाद में यह हिंसक हो गया था. प्रदर्शनकारी लाल किला में घुस गए थे और झंडा तक फहरा दिया था. रिपोर्ट के अनुसार, ऐतिहासिक इमारत को नुकसान भी पहुंचाया गया. दूसरी तरफ, वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस से हुई झड़प में प्रदर्शनकारियों के साथ ही दर्जनों पुलिसवाले भी घायल हो गए थे. इसी मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है.
नारे से काम नहीं चलतासीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दूसरी पार्टियां नारे लगाती हैं, लेकिन नारे से काम नहीं चलता. इस समय हमारा किसान दुखी है. 70 सालों से राजनीतिक पार्टियों ने किसानों को छला है. किसानों के हित में कोई काम नहीं है. किसानों की खेती छिन के कुछ उद्योगपतियों को सौंपने की तैयारी की जा रही है. 26 जनवरी को हुई हिंसा दुर्भाग्यजनक है, लेकिन उस दिन हिंसा हुई, इसलिए किसानों के मुद्दे खत्म नहीं हो जाते. जिस देश का किसान दुखी है, वो देश कभी तरक्की नहीं कर सकता. किसानों के मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था. बाद में यह हिंसक हो गया था. प्रदर्शनकारी लाल किला में घुस गए थे और झंडा तक फहरा दिया था. रिपोर्ट के अनुसार, ऐतिहासिक इमारत को नुकसान भी पहुंचाया गया. दूसरी तरफ, वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस से हुई झड़प में प्रदर्शनकारियों के साथ ही दर्जनों पुलिसवाले भी घायल हो गए थे. इसी मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है.
नारे से काम नहीं चलतासीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दूसरी पार्टियां नारे लगाती हैं, लेकिन नारे से काम नहीं चलता. इस समय हमारा किसान दुखी है. 70 सालों से राजनीतिक पार्टियों ने किसानों को छला है. किसानों के हित में कोई काम नहीं है. किसानों की खेती छिन के कुछ उद्योगपतियों को सौंपने की तैयारी की जा रही है. 26 जनवरी को हुई हिंसा दुर्भाग्यजनक है, लेकिन उस दिन हिंसा हुई, इसलिए किसानों के मुद्दे खत्म नहीं हो जाते. जिस देश का किसान दुखी है, वो देश कभी तरक्की नहीं कर सकता. किसानों के मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.