कोरोना को लेकर सबसे ज्यादा पूछा जा रहा ये सवाल, कंट्रोल रूम कर्मी भी हुए परेशान
कोरोना को लेकर सबसे ज्यादा पूछा जा रहा ये सवाल, कंट्रोल रूम कर्मी भी हुए परेशान
कोरोना के लिए दिल्ली सरकार के हेल्पलाइन सेंटर में सबसे ज्यादा एक ही सवाल पूछा जा रहा है.
दिल्ली सरकार में एडिशनल डायरेक्टर डॉ. बीएस चरण कहते हैं कि हाल ही में दिल्ली के एक अखबार में छपी अफवाह के बाद कोरोना कंट्रोल रूम में इस सवाल की बाढ़ सी आ गई. बाहर से आने वाला हर शख्स यही सवाल पूछ रहा है कि दिल्ली में आने के लिए क्या कोविड रिपोर्ट दिखानी होगी.
नई दिल्ली. देशभर में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. कई राज्यों में हजारों की संख्या में सामने आ रहे मामलों के बाद लोग भी चिंतित हैं. इतना ही नहीं देशभर में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद से दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाए गए कोरोना कंट्रोल रूम में लोगों के अजब-गजब सवाल भी सुनने को मिल रहे हैं.
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में एडिशनल डायरेक्टर डॉ. बीएस चरण ने बताया कि कोरोना कंट्रोल रूम या हेल्पलाइन में ज्यादातर सवाल जो देश में चल रहा होता है उससे संबंधित पूछे जाते हैं. कंट्रोल रूम में रोजाना करीब 400-500 सवाल आते हैं. इस दौरान कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोग सवाल पूछ रहे हैं. हालांकि इन दिनों जो सबसे ज्यादा सवाल पूछा जा रहा है वह यह है कि पांच राज्यों से आए लोगों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही दिल्ली में प्रवेश मिलेगा.
डॉ. चरण कहते हैं कि हाल ही में दिल्ली के एक अखबार में छपी अफवाह के बाद कोरोना कंट्रोल रूम में इस सवाल की बाढ़ सी आ गई. बाहर से आने वाला हर शख्स यही सवाल पूछ रहा है कि दिल्ली में आने के लिए क्या कोविड रिपोर्ट दिखानी होगी. क्या पंजाब, महाराष्ट्र, केरल, एमपी और छत्तीसगढ़ से आने वाले लोगों को दिल्ली में तभी एंट्री मिलेगी जबकि उनकी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव होगी.
वे बताते हैं कि इस फर्जी खबर के कारण लोगों को काफी परेशान होना पड़ा. इतना ही नहीं कोरोना कंट्रोल रूम में 500-600 कॉल सिर्फ इसी सवाल को लेकर आईं. हालांकि मंत्रालय में पता करने के बाद कंट्रोल रूम की ओर से लोगों को यह जवाब दिया गया कि दिल्ली सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया. यहां तक कि इस योजना की फाइल भी काफी पहले लौटाई जा चुकी है.
वहीं कंट्रोल रूम में काम कर रही अनीता पंवार ने बताया कि कंट्रोल रूम में फ्री कोरोना वैक्सीन को लेकर भी सवाल पूछा जा रहा है. जिसमें लोग पूछते हैं कि किस-किस अस्पताल में फ्री वैक्सीन लगाई जा रही है. हालांकि सरकारी अस्पतालों के बजाय वे लोग प्राइवेट अस्पतालों की लिस्ट मांगते हैं जबकि प्राइवेट में पैसा चुकाना ही होगा. इतना ही नहीं वैक्सीनेशन के लिए लोगों को दस्तावेज डाउनलोड करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि जवाब मिलने पर लोग संतुष्ट भी हो जाते हैं.
अनीता कहती हैं कि कुछ दिन से दिल्ली में कोरोना टेस्ट करवाकर ही एंट्री मिलने का सवाल सबसे ज्यादा पूछा गया है. जिसकी वजह से कोरोना कंट्रोल कर्मी भी समझाते-समझाते परेशान हो गए. इस दौरान लोग बार बार अखबार में छपी खबर का जिक्र कर रहे थे.