नई दिल्ली: नौकरी देने के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. दिल्ली पुलिस ने साउथवेस्ट दिल्ली के भीकाजी कामा प्लेस में एक कमर्शियल टॉवर से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी की और नौकरी दिलाने के बहाने युवाओं को कथित तौर पर ठगने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के हत्थे चढ़े इन सात लोगों में से पांच महिलाएं और दो पुरुष हैं. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.
दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी नौकरी की चाहत रखने वाले युवाओं को बुलाते थे और पंजीकरण शुल्क जमा करने के बाद उन्हें प्लेसमेंट का वादा करते थे. पुलिस ने कहा कि वे अक्सर उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेते थे और फेक ऑफर लेटर जारी करते थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान करण कुमार (24), रोहित कश्यप (21), स्वीटी शर्मा (46), यास्मीन (25), प्रीति (21), आंचल (19) और मुस्कान सिंह (19) के रूप में हुई है. एक महिला द्वारा नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस हरकत में आई और यह छापेमारी की.
शिकायतकर्ता के अनुसार, उसे मुस्कान नामक एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने दावा किया कि वह एक ऑनलाइन जॉब और रिक्रूटमेंट पोर्टल में रिक्रूटर है और उसे इंटरव्यू के लिए भीकाजी कामा प्लेस में जॉब कंसल्टेंसी फर्म में आने के लिए कहा. पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम हर्षवर्धन ने कहा कि फेक सेंटर चलाने वाले ने शिकायतकर्ता से 3,500 रुपये और 8,500 रुपये का पंजीकरण शुल्क लिया और उसे एक नियुक्ति पत्र जारी किया, लेकिन यह फर्जी निकला.
जांच के दौरान भीकाजी कामा प्लेस स्थित सोमदत्त चैंबर-2 में छापेमारी की गई और सनशाइन एचआर ग्लोबल सर्विसेज के नाम से संचालित फर्जी कॉल सेंटर पाया गया. डीसीपी ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सनशाइन एचआर ग्लोबल सर्विसेज के दो लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन, कई रजिस्टर और जाली नियुक्ति पत्र पैड बरामद किए गए. वर्धन ने कहा कि आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने करीब 250 बेरोजगारों से 23 लाख रुपए ठगे हैं.
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