Delhi Violence 2020: बीजेपी नेता कपिल मिश्रा बोले- जरूरत पड़ी तो फिर से वही करूंगा, जो पिछले साल किया था

कपिल मिश्रा. फाइल फोटो.
Delhi News: दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi violence) का एक साल हो गया है. इस मामले में भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 10:11 AM IST
नई दिल्ली. सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi violence) को एक साल हो गए हैं. मामले में भड़काऊ भाषण देने के आरोपी बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (BJP Leader Kapil Mishra) ने फिर से इस मामले को लेकर बयान दिया है. बीते सोमवार को दिल्ली में कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह फिर से वही करेंगे, जो पिछले साल 23 फरवरी को किया था. मिश्रा ने कहा कि दिल्ली हिंसा (Delhi Violence 2020) का एक साल हो गया है, इसलिए यह बात दोबरा बोलना चाहता हूं. पिछले साल 23 फरवरी को जो किया था, अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा करूंगा.
बता दें कि कपिल मिश्रा ने पिछले साल पूर्वोत्तर दिल्ली में सीएए के समर्थन में एक रैली का नेतृत्व किया था और पुलिस को चेतावनी दी थी कि वे इस क्षेत्र से सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटा दें. आरोप है कि इसी दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद हिंसा और बढ़ गई थी. अगले दिन जिले में दंगे हुए, जिसमें 53 लोगों की जान चली गई.
'जिहादी ताकतों ने दिया अंजाम'
कपिल मिश्रा ने कहा कि जिहादी ताकतों ने दिल्ली हिंसा को अंजाम दिया था. अब इस घटना का एक साल हो गया है. बिल्कुल वैसा ही पैटर्न अब भी देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर क्या हुआ था? तथाकथित फ्रिंज एलिमेंट देश के भीतर और बाहर शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. एक किताब के विमोचन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कपिल मिश्रा ने कहा कि पुस्तक में दंगों के साजिशकर्ताओं पर बहुत कुछ है. इसलिए आपको मेरे बारे में किताब में ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा. पुस्तक को सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील मोनिका अरोड़ा, मिरांडा हाउस की असिस्टेंट प्रोफेसर सोनाली चीतलकर और प्रेरणा मल्होत्रा ने लिखा है.
बता दें कि कपिल मिश्रा ने पिछले साल पूर्वोत्तर दिल्ली में सीएए के समर्थन में एक रैली का नेतृत्व किया था और पुलिस को चेतावनी दी थी कि वे इस क्षेत्र से सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटा दें. आरोप है कि इसी दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद हिंसा और बढ़ गई थी. अगले दिन जिले में दंगे हुए, जिसमें 53 लोगों की जान चली गई.
'जिहादी ताकतों ने दिया अंजाम'
कपिल मिश्रा ने कहा कि जिहादी ताकतों ने दिल्ली हिंसा को अंजाम दिया था. अब इस घटना का एक साल हो गया है. बिल्कुल वैसा ही पैटर्न अब भी देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर क्या हुआ था? तथाकथित फ्रिंज एलिमेंट देश के भीतर और बाहर शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. एक किताब के विमोचन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कपिल मिश्रा ने कहा कि पुस्तक में दंगों के साजिशकर्ताओं पर बहुत कुछ है. इसलिए आपको मेरे बारे में किताब में ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा. पुस्तक को सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील मोनिका अरोड़ा, मिरांडा हाउस की असिस्टेंट प्रोफेसर सोनाली चीतलकर और प्रेरणा मल्होत्रा ने लिखा है.