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दिल्ली: सफदरजंग अस्पताल के हजार से ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स हड़ताल पर, ये है वजह

सफदरजंग अस्पताल के एक हजार से भी ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स हड़ताल पर हैं.

सफदरजंग अस्पताल के एक हजार से भी ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स हड़ताल पर हैं.

Delhi Safdarjung Hospital: गार्ड्स के कुल पद 1500 से घटाकर 1109 कर दिए गए हैं. ऐसे में एक हजार से भी ज्यादा सिक्योरिट ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

गार्ड्स के कुल पद 1500 से घटाकर 1109 कर दिए गए हैं.

नई दिल्ली. सिक्योरिटी गार्ड की पोस्ट घटाए जाने को लेकर सोमवार को दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड्स ने विरोध प्रदर्शन किया. करीब एक हजार से भी ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड्स हड़ताल पर चले गए हैं और दिल्ली स्थित अस्पताल के बाहर अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि जो गार्ड्स की पोस्ट घटाई गई है उसे वापस बहाल किया जाए. बता दें कि हाल ही में गार्ड्स के कुल पद 1500 से घटाकर 1109 कर दिए गए हैं.

अस्पताल ने बाहर की दो कम्पनियों को इसका ठेका दे रखा है, जहां से वे सिक्योरिटी गार्ड्स रखते हैं. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खुबर के मुताबिक, दोनों कम्पनियों से समान रूप से गार्ड्स नियुक्त किए जाते हैं. ट्रिग स​सिक्योरिटी सर्विस की डायरेक्टर मनीषा जोशी के अनुसार, उनकी कम्पनी अस्पताल को पिछले 11 सालों से सेवाएं दे रही है. उनका कहना है कि हम पहले 1172 संख्या तक गार्ड्स को नियुक्त कर चुके हैं. अब कुल गार्ड्स की संख्या को घटाकर 1109 कर दिया गया है. ऐसे में हमारी कम्पनी को सिर्फ 589 गार्ड्स उपलब्ध करवाने के लिए कहा जा रहा है. हम कोशिश कर रहे हैं कि गार्ड्स को दूसरी साइट्स पर शिफ्ट कर दें लेकिन फिर भी बहुत से गार्ड्स की जॉब पर तलवार लटक रही है.

देश भर में सिक्योरिटी गार्ड्स कम किए जा रहे हैं जबकि डॉक्टर्स की हड़ताल के समय कई तरह की सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं. कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स कहासुनी के बाद हड़ताल पर चले गए थे. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था की काफी जरूरत पड़ी थी.

वहीं, थर्ड पार्टी ऑडिट के दौरान भी यह सलाह दी गई थी कि सिक्योरिटी गार्ड्स की संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए. लेकिन बावजूद इसके मंत्रालय की ओर से संख्या घटाई जा रही है. मनीषा जोशी का कहना है कि विवाद की स्थिति में सबसे ज्यादा जरूरी कड़ी गार्ड्स ही होते हैं, जो स्थिति को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं. अब जब प्रशासन की ओर से ऐसा निर्णय लिया जा रहा है, तो सिक्योरिटी गार्ड्स को कहां भेजेंगे. साथ ही उच्च स्तर की सुरक्षा उपलब्ध करवाने में भी दिक्कत होगी.

Tags: Delhi news, Job insecurity, Safdarjung Hospital

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