देश के कई हिस्सों में डेंगू की पुष्टि हुए बिना भी मरीजों में प्लेटलेट घटने की समस्या सामने आ रही है.
गाजियाबाद. जिले में कोरोना के बाद अब डेंगू (Dengue) लोगों को डराने लगा है. मरीजों (Patient) की संख्या 859 पहुंच गई है, जो पिछले पांच सालों में सबसे अधिक है. स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने डेंगू (Dengue) के बढ़ते मरीजों को देखते हुए एमएमजी जिला अस्पताल, संयुक्त जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में डेंगू के लिए बेड रिजर्व कर दिए हैं, जिससे मरीजों को तत्काल इलाज मिल सके. वहीं, कई निजी अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं, यहां से मरीजों को वापस किया जा रहा है. मरीजों को वापस करने पर स्वास्थ्य विभाग इन अस्पतालों को नोटिस भेज रहा है.
गाजियाबाद में डेंगू (Dengue) के 14 बच्चों समेत 28 नए मरीज मिले हैं. इन मरीजों के साथ जिले में मिलने वाले मरीजों की संख्या 900 के करीब पहुंच गई है. मरीजों की संख्या ने पिछले पांच सालों का रिकार्ड तोड़ा है. ये मरीज पॉश कॉलोनियों से लेकर सभी इलाकों में मिल रहे हैं. मरीजों की संख्या बढ़ते ही कई निजी अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं. हालात यह है कि मरीजों को वापस किया जा रहा है. चिंता की बात यह है कि इन अस्पतालों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है. एक ही काउंटर से बिलिंग और एडमिशन दोनों होने से भीड़ एक साथ जुट रही है, जिससे कोरोना फैलने की संभावना बढ़ सकती है.
तीन अस्पतालों ने वापस किया मरीज
इंदिरापुरम में रहने वाले रमेश की पत्नी को बुखार आ रहा है, उन्होंने जांच कराई जो डेंगू निकला, प्लेटलेट्स कम होते देख डॉक्टर ने तत्काल भर्ती कराने को कहा. वे रात करीब साढ़े नौ बजे शांति गोपाल अस्पताल, अहिंसा खंड इंदिरापुरम पत्नी को लेकर गए, इमरजेंसी में बेड खाली न होने की बात कहकर डॉक्टर ने इंतजार करने को कहा. करीब दो घंटे के इंतजार के बाद भी उन्हें बेड नहीं मिला. पत्नी की हालत खराब होते देख वे मैक्स वैशाली ले गए. वहां पर भी डॉक्टर ने बेड खाली नहीं होने की बात कहकर इंतजार करने को कहा. डॉक्टर ने कहा कि पहले से कई मरीज पांच-पांच घंटे से इंतजार कर रहे हैं. कितनी देर तक इंतजार करना पड़े, तय नहीं है. यह सोच रमेश भागकर रात करीब 1 बजे यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल कौशांबी पहुंचे. वहां भी बेड न होने की बात कही गयी. इस तरह करीब पांच घंटे अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद वसुंधरा के एक अस्पताल भर्ती कराया. इस संबंध में यशोदा अस्पताल के सीईओ डा. सुनील डागर बताते हैं कि अस्पताल में शाम तक बेड फुल हो जाते हैं और अगले दिन सुबह मरीजों के डिस्चार्ज होने के बाद नए मरीजों को भर्ती किया जाता है.
स्वास्थ्य विभाग जारी करेगा नोटिस
गाजियाबाद के सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख सरकारी अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डेंगू मरीजों के लिए बेड रिजर्व कर दिए गए हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे क्षमता के अनुसार बेड रिजर्व रखें और इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें. कोई भी निजी अस्पताल मरीज को भर्ती करने से मना नहीं कर सकता है. जिन तीनों अस्पतालों ने बेड खाली न होने की बात कहकर मरीज को भर्ती नहीं किया है, उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा.
मलेरिया विभाग की टीम कर रही है सर्वे
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि मलेरिया विभाग की टीम द्वारा कराए गए सर्वे में 72 स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिले हैं, उन्हें नष्ट कराया गया है, नए मरीजों में इंदिरापुरम, हरसांव पुलिस लाइन के अलावा मुरादनगर के नए गांव काकड़ा, उजेड़ा, नवीपुर,डासना के कल्लूगढ़ी में भी मरीज मिले हैं.
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