नई शिक्षा नीति पर चर्चा के लिए केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में उत्तर भारत के शिक्षा मंत्रियों की शनिवार को गुडगांव के होटल लीला में बैठक हुई.
शिक्षा मंत्रियों की बैठक में नई शिक्षा नीति पर कई सुझाव दिए गए. राजस्थान के शिक्षा मंत्री बासुदेव देवनानी ने भी इसमें कई सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा का मकसद विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में योग्य और उन्नत बनाते हुए राष्ट्र उपयोगी बनाना है. इसी को ध्यान में रखते हुए नई शिक्षा नीति देशानुकूल और युगानुकूल होनी चाहिए.
सूचना-प्रौद्योगिकी के साथ भारतीय दर्शन, संस्कृति, योग और नैतिक शिक्षा समेत महाराणा प्रताप जैसे शुरवीरों की गाथाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए.
देवनानी ने बताया कि राजस्थान में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्म दिन को विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जायेगा. इससे पहले 19 अगस्त को स्मृति ईरानी ने शिक्षा सलाहकार बोर्ड की 63वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए 29 साल के बाद अब एक ऐसी शिक्षा नीति तैयार करने पर जोर दिया था जो व्यापक बदलाव और आकांक्षाओं से तालमेल रखे. साथ ही यह देश और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के अनुरूप हो.
उस बैठक में 19 राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और 29 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों के साथ ही केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड-सीएबीई के सदस्यों और कई शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया था.
गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार नई शिक्षा नीति लाना चाहती है, जिसमें पाठ्यक्रम में ज्ञान के साथ ही राष्ट्रीय चिंतन और महापुरूषों की गाथा शामिल की जाए ताकि आत्म सम्मान और गौरव का संचार हो जबकि विपक्षी पार्टियां इसे शिक्षा के भगवाकरण का प्रयास मान रही हैं.
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Tags: Smriti Irani
FIRST PUBLISHED : October 31, 2015, 23:47 IST