Farmer Protest: गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं यूपी के किसान, निरंकारी मैदान जाने से किया मना

गाजियाबाद में दिल्ली बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन करते किसान.
Farmer Protest: नए कृषि कानूनों (Agricultural laws) के विरोध और पंजाब (Punjab) के किसानों (Farmer) के समर्थन में यूपी के किसान गाजियाबाद -दिल्ली बॉर्डर (Ghaziabad - Delhi Border) पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने निरंकारी आश्रम जाने से साफ मना कर दिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: November 29, 2020, 11:03 AM IST
गाजियाबाद. पंजाब (Punjab) समेत देश के कई राज्यों के किसानों (Farmer) द्वारा नए कृषि कानूनों (Agricultural laws) के विरोध में शुरू किए गए आंदोलन का उत्तर प्रदेश के किसान समर्थन कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के किसान गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर (Ghaziabad - Delhi Border) पर धरने पर बैठे हैं. किसान यूनियन (Farmers union) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का धरना-प्रदर्शन रामलीला मैदान में होना चाहिए. किसानों को किसी निजी सुविधा वाली जगह में नहीं जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम निरंकारी मैदान में ना जाकर यहीं अपना धरना जारी रखेंगे.
किसानों के धरने के दौरान राकेश टिकैत खुद किसानों चाय बांटते हुए नज़र आए. टिकैत ने कहा कि किसान कह रहे हैं 26 जनवरी की परेड देखकर जाएंगे. अगर सरकार बात मान लेती है तो पहले चले जाएंगे. किसानों ने एक सुर में कहा कि सरकार कानून में एक लाइन और जोड़ दे कि MSP से कम खरीदने वालों को पर कार्रवाई होगी.
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वहीं सिंघू बॉर्डर पर जुटे किसान एक दिन पहले ही बुराड़ी के निरंकारी आश्रम मैदान पर चले गए थे और वहीं पर किसानों का धरना जारी है. इसके अलावा कुछ किसान और हैं जो सोनीपत बॉर्डर पर दिल्ली में प्रवेश के लिए पुलिस के सामने डटे हुए हैं. पंजाब, हरियाणा, यूपी, एमपी के अलावा अन्य राज्यों के किसान दिल्ली चलो आंदोलन के तहत राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं. हजारों की तादाद में ये किसान केंद्र सरकार द्वारा इसी साल जून में पारित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली प्रवेश से पहले पुलिस-प्रशासन के रोकने के तमाम प्रयासों के बावजूद किसानों का जत्था दिल्ली पहुंचने में कामयाब रहा. इसके बाद बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की अनुमति दी. हालांकि पुलिस ने कहा कि इसके आगे आने की इजाजत किसानों को नहीं दी जाएगी. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की वजह से दिल्ली में किसी भी स्थान पर भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं है. इसी कारण किसानों के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है.
किसानों के धरने के दौरान राकेश टिकैत खुद किसानों चाय बांटते हुए नज़र आए. टिकैत ने कहा कि किसान कह रहे हैं 26 जनवरी की परेड देखकर जाएंगे. अगर सरकार बात मान लेती है तो पहले चले जाएंगे. किसानों ने एक सुर में कहा कि सरकार कानून में एक लाइन और जोड़ दे कि MSP से कम खरीदने वालों को पर कार्रवाई होगी.
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वहीं सिंघू बॉर्डर पर जुटे किसान एक दिन पहले ही बुराड़ी के निरंकारी आश्रम मैदान पर चले गए थे और वहीं पर किसानों का धरना जारी है. इसके अलावा कुछ किसान और हैं जो सोनीपत बॉर्डर पर दिल्ली में प्रवेश के लिए पुलिस के सामने डटे हुए हैं. पंजाब, हरियाणा, यूपी, एमपी के अलावा अन्य राज्यों के किसान दिल्ली चलो आंदोलन के तहत राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं. हजारों की तादाद में ये किसान केंद्र सरकार द्वारा इसी साल जून में पारित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.
Farmers continue their protest against the farm laws at Ghaziabad-Delhi border. Bharatiya Kisan Union spokesperson Rakesh Tikait says, "Protests happen at Ramlila ground, then why should we go to Nirankari Bhawan, a private facility? We will stay put here today". pic.twitter.com/BouymsRTpx
— ANI UP (@ANINewsUP) November 29, 2020
दिल्ली प्रवेश से पहले पुलिस-प्रशासन के रोकने के तमाम प्रयासों के बावजूद किसानों का जत्था दिल्ली पहुंचने में कामयाब रहा. इसके बाद बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की अनुमति दी. हालांकि पुलिस ने कहा कि इसके आगे आने की इजाजत किसानों को नहीं दी जाएगी. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की वजह से दिल्ली में किसी भी स्थान पर भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं है. इसी कारण किसानों के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है.