AIIMS में गार्ड को कोविड-19 टीका लगने के बाद एलर्जी हुई, अस्पताल में कराया गया भर्ती

दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण के पहले दिन कोरोना वायरस टीका लगाया गया. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने कहा, ‘‘उसका तत्काल उपयुक्त उपचार किया गया और उसकी स्थिति सुधरी. अब उसकी स्थिति स्थिर है. एहतियात के तौर पर उसे रातभर के लिए चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है."
- Last Updated: January 17, 2021, 11:19 AM IST
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में शनिवार को एक गार्ड को कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक लगाए जाने के बाद एलर्जी (Allergies) हो गई. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के अनुसार शाम चार बजे के बाद इस सुरक्षा गार्ड को टीका लगाया गया और उसके 15-20 मिनट बाद उसकी धड़कन बढ़ गई तथा उसके शरीर पर चकत्ते हो गए. इसके बाद उसे अस्पताल (Hospital) में भर्ती किया गया.
गुलेरिया ने कहा, ‘‘उसका तत्काल उपयुक्त उपचार किया गया और उसकी स्थिति सुधरी. अब उसकी स्थिति स्थिर है. एहतियात के तौर पर उसे रातभर के लिए चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है और उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. उसे सुबह में छुट्टी दिए जाने की संभावना है.’’ आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार एईएफआई (टीकाकरण के बाद के प्रभाव) का एक ‘गंभीर’ एवं 51 ‘मामूली’ मामले उन स्वास्थ्यकर्मियों में सामने आए जिन्हें दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण के पहले दिन कोरोना वायरस टीका लगाया गया.
कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजने की नौबत आई है
लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे से सुरक्षित रखने लिए शनिवार को पूरे देश में कोविड वैक्सिनेशन (Corona Vaccine) किया गया. पहले दिन सफाई कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की डोज दी गई. लेकिन कुछ जगहों पर वैक्सीन लगने में बाद मामूली परेशानी की शिकायतें भी आईं हैं. दिल्ली में 52 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगने के बाद दिक्कतें होने की खबर है. इनमें से दो स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका की डोज लेने के कुछ घंटे बाद एलर्जी की शिकायत हुई. कुछ को घबराहट हुई. इनमें से एक कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजने की नौबत आई है.9 जिले में दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं
दिल्ली सरकार की ओर से बताया गया है राजधानी के सभी 11 जिलों में 8117 लोगों को टीका लगाया जाना था, लेकिन 4319 कर्मचारियों को ही टीका लगाया गया. दिल्ली के सभी जिलों में 52 दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं जिनमें से एक मरीज के गम्भीर होने की बात कही जा रही है. सरकार ने बताया कि दिल्ली के 11 में से केवल दो ही जिले ऐसे हैं जहां एक भी दुष्प्रभाव का मामला नहीं मिला है. इनमें उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले हैं. जबकि अन्य सभी 9 जिले में दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं.
गुलेरिया ने कहा, ‘‘उसका तत्काल उपयुक्त उपचार किया गया और उसकी स्थिति सुधरी. अब उसकी स्थिति स्थिर है. एहतियात के तौर पर उसे रातभर के लिए चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है और उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. उसे सुबह में छुट्टी दिए जाने की संभावना है.’’ आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार एईएफआई (टीकाकरण के बाद के प्रभाव) का एक ‘गंभीर’ एवं 51 ‘मामूली’ मामले उन स्वास्थ्यकर्मियों में सामने आए जिन्हें दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण के पहले दिन कोरोना वायरस टीका लगाया गया.
कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजने की नौबत आई है
लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे से सुरक्षित रखने लिए शनिवार को पूरे देश में कोविड वैक्सिनेशन (Corona Vaccine) किया गया. पहले दिन सफाई कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की डोज दी गई. लेकिन कुछ जगहों पर वैक्सीन लगने में बाद मामूली परेशानी की शिकायतें भी आईं हैं. दिल्ली में 52 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगने के बाद दिक्कतें होने की खबर है. इनमें से दो स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका की डोज लेने के कुछ घंटे बाद एलर्जी की शिकायत हुई. कुछ को घबराहट हुई. इनमें से एक कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजने की नौबत आई है.9 जिले में दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं
दिल्ली सरकार की ओर से बताया गया है राजधानी के सभी 11 जिलों में 8117 लोगों को टीका लगाया जाना था, लेकिन 4319 कर्मचारियों को ही टीका लगाया गया. दिल्ली के सभी जिलों में 52 दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं जिनमें से एक मरीज के गम्भीर होने की बात कही जा रही है. सरकार ने बताया कि दिल्ली के 11 में से केवल दो ही जिले ऐसे हैं जहां एक भी दुष्प्रभाव का मामला नहीं मिला है. इनमें उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले हैं. जबकि अन्य सभी 9 जिले में दुष्प्रभाव के मामले सामने आए हैं.