Delhi News: अतिथि शिक्षकों को दिल्ली सरकार का बड़ा तोहफा, सहायता प्राप्त स्कूलों में भी पढ़ाने की मंजूरी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया. (फाइल फोटो)
Delhi Education News: दिल्ली सरकार के नए फैसले के बाद अब अतिथि शिक्षकों की तैनाती सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में भी हो सकेगी. ऐसे में अब इन स्कूलों में शिक्षकों की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 6:55 AM IST
नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नए साल के मौके पर बड़ा तोहफा दिया है. अब ये शिक्षक सहायता प्राप्त स्कूलों में भी छात्रों को पढ़ा सकेंगे. शिक्षा निदेशालय ने ऐसे स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की तैनाती के निर्देश जारी किए हैं. शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कुछ विषयों में अध्यापकों की कमी थी. इसे देखते हुए वहां संबंधित विषयों के शिक्षकों को तैनात करने का निर्देश दिया गया है, ताकि छात्रों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. इन स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए ही दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया है. ऐसे में अब अतिथि शिक्षकों को पढ़ाने का ज्यादा मौका मिल सकेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अतिथि शिक्षकों की यह नियुक्ति अस्थाई तौर पर ही की जाएगी. यानी जब तक इन स्कूलों में नियमित शिक्षक की नियुक्ति नहीं कर ली जाती तब तक अतिथि शिक्षक ही इन स्कूलों में छात्रों को पढ़ाएंगे. सहायता प्राप्त स्कूलों की प्रबंधन समिति को अपने स्कूल में खाली पड़े शिक्षकों के पदों पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती के लिए निदेशालय को एक औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत करना होगा. इसमें प्रबंधन समिति को निदेशालय को एक विषयवार सूची देनी होगी. इसके बाद दिल्ली शिक्षा निदेशालय अतिथि शिक्षकों की तैनाती को लेकर फैसला लेगा.
सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल ब्रांच के सहायक शिक्षा निदेशक ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की इस नियुक्ति की जिम्मेदारी ई-5 शाखा को दी गई है. इसमें अतिथि शिक्षकों की सहायता प्राप्त स्कूलों में जो नियुक्ति की जाएगी वो मेरिट आधार पर होगी. फिलहाल कोरोना महामारी को देखते हुए ऐसे सभी स्कूलों में कक्षाएं आनलाइन माध्यम से ली जा रही हैं. ऐसे में सहायता प्राप्त स्कूलों में नियुक्ति के बाद अतिथि शिक्षक भी आनलाइन माध्यम से छात्रों की कक्षाएं लेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अतिथि शिक्षकों की यह नियुक्ति अस्थाई तौर पर ही की जाएगी. यानी जब तक इन स्कूलों में नियमित शिक्षक की नियुक्ति नहीं कर ली जाती तब तक अतिथि शिक्षक ही इन स्कूलों में छात्रों को पढ़ाएंगे. सहायता प्राप्त स्कूलों की प्रबंधन समिति को अपने स्कूल में खाली पड़े शिक्षकों के पदों पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती के लिए निदेशालय को एक औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत करना होगा. इसमें प्रबंधन समिति को निदेशालय को एक विषयवार सूची देनी होगी. इसके बाद दिल्ली शिक्षा निदेशालय अतिथि शिक्षकों की तैनाती को लेकर फैसला लेगा.
सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल ब्रांच के सहायक शिक्षा निदेशक ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की इस नियुक्ति की जिम्मेदारी ई-5 शाखा को दी गई है. इसमें अतिथि शिक्षकों की सहायता प्राप्त स्कूलों में जो नियुक्ति की जाएगी वो मेरिट आधार पर होगी. फिलहाल कोरोना महामारी को देखते हुए ऐसे सभी स्कूलों में कक्षाएं आनलाइन माध्यम से ली जा रही हैं. ऐसे में सहायता प्राप्त स्कूलों में नियुक्ति के बाद अतिथि शिक्षक भी आनलाइन माध्यम से छात्रों की कक्षाएं लेंगे.