देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखें तो संक्रमण पिछले साल के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है. हालांकि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के आने के साथ ही देशभर में कोरोना जांच की संख्या में बढ़ा दी गई है लेकिन इस समय सबसे ज्यादा जरूरत लोगों के जागरुक होने की है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी का इलाज सिर्फ लोगों की जागरुकता और इसके बारे में लोगों की जानकारी है.
रोजाना कोरोना के नए-नए वेरिएंट और इसके म्यूटेशन के कारण इससे संबंधित सभी जानकारियां होना जरूरी हैं. दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र कहते हैं कि अगर मरीज कोरोना नियमों का पालन करने के साथ ही बीमारी के लक्षणों पर नजर रखता है और थोड़ी सी भी समस्या को हल्के में न लेकर उनका निदान करता है तो इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
वे कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों से ऐसे में मामले सामने आए हैं जब कोरोना की जांच के लिए लोग सबसे विश्वसनीय आरटीपीसीआर टेस्ट कराते हैं और उसकी रिपोर्ट कभी-कभी नेगेटिव आ जाती है. इसके बाद आदमी निश्चिंत हो जाता है कि कोरोना नहीं है. हालांकि यहां यह समझना जरूरी है कि क्या कोरोना जांच नेगेटिव आने के बाद आप शत-प्रतिशत संक्रमण से बाहर हैं तो इसका जवाब नहीं है.
अगर मरीजों को बीमारी के लक्षण हैं, सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो सिर्फ आरटीपीसीआर के नेगेटिव आने के भरोसे न रहें. इन लक्षणों पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं. जिसके बाद डॉक्टर फैसला करेगा कि आपका एचआरसीटी कराया जाए. डॉ. मिश्र कहते हैं कि 2020 में कोरोना आने के बाद से ही इस बात पर जोर दिया गया है. सभी डॉक्टर इसे फॉलो भी कर रहे हैं. चूंकि कोरोना फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और ब्रीदिंग सिस्टम को बाधित करता है तो इसे पकड़ने के लिए एचआरसीटी करवाया जाता है.
डॉ. मिश्र कहते हैं कि कई बार कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट के नेगेटिव आने की कई वजहें हो सकती हैं. जैसे कि जो व्यक्ति कोरोना का गले और नाक से सैंपल ले रहा है वह अच्छे से न लिया गया हो. या जिस मीडियम में सुरक्षित रखकर उसे भेजा जा रहा है वह फॉल्टी हो सकता है. या फिर कई बार तरीका भी फॉल्टी हो सकता है जिसकी वजह से यह टेस्ट रिपोट नेगेटिव आ सकती है. लिहाजा लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है. कई बार ऐसा भी है कि कोरोना है लेकिन लक्षण नहीं है तो यह माइल्ड हो सकता है.
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FIRST PUBLISHED : April 10, 2021, 13:48 IST