आज का KMP जाम ट्रायल था, इस सड़क पर होगी पक्की मोर्चाबंदी : राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा कि भविष्य में केएमपी को पूरी तरह जाम कर दिया जाएगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. सरकार हमारी बात नहीं सुन रही तो एक-दो साल में सुन लेगी. 2024 तक हम यहां बैठे रहेंगे. जो भी अगली सरकार आएगी, वह हमारी बात मानेगी.
- News18Hindi
- Last Updated: March 6, 2021, 6:16 PM IST
नई दिल्ली. किसान आंदोलन (Farmers Agitation) के 100वें दिन 5 घंटे के लिए केएमपी (KMP) बंद किया गया. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कुंडली-मानेसर-पलवल (Kundali-Manesar-Palwal) हाईवे को भी दिल्ली की सीमाओं की तरह बंद करने की चेतवानी दी है.
आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक KMP कहे जाने वाले ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरिफेरल को किसानों ने जाम किया है. इसी हाईवे जाम में गाजियाबाद के दुहाई पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा 'आज यह 5 घंटे का ट्रायल किया है. आने वाले समय में इस सड़क पर पक्की मोर्चाबंदी की जा सकती है.' टिकैत ने कहा 'पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. मजदूर और ट्रांसपोर्टर परेशान हैं. अब देश में ट्रक और ट्रैक्टर का मेल होगा.
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के बाहरी इलाके में बने इस हाईवे पर रोजाना हजारों ट्रक गुजरते हैं. लगातार 100 दिन से चल रहे किसानों के धरने की दिशा क्या होगी? इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. सरकार हमारी बात नहीं सुन रही तो एक-दो साल में सुन लेगी. 2024 तक हम यहां बैठे रहेंगे. जो भी अगली सरकार आएगी, वह हमारी बात मानेगी.
संयुक्त किसान मोर्चा चुनावी राज्यों का रुख भी करेगा. किसान नेता इन राज्यों का दौरा भी करेंगे. क्या चुनावी राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए जाएंगे किसान नेता? इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि 'हराने जिताने का क्या पता. वहां किसानों से अपील करेंगे कि वहां उन्हें फायदा हो रहा है या नहीं.'आपको याद दिला दें कि दिल्ली की सीमाओं पर आज किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो गए हैं. सरकार और किसानों के गतिरोध बरकरार है. किसान अभी भी नए कृषि कानूनों की वापसी और MSP पर गारंटी की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.
आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक KMP कहे जाने वाले ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरिफेरल को किसानों ने जाम किया है. इसी हाईवे जाम में गाजियाबाद के दुहाई पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा 'आज यह 5 घंटे का ट्रायल किया है. आने वाले समय में इस सड़क पर पक्की मोर्चाबंदी की जा सकती है.' टिकैत ने कहा 'पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. मजदूर और ट्रांसपोर्टर परेशान हैं. अब देश में ट्रक और ट्रैक्टर का मेल होगा.
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के बाहरी इलाके में बने इस हाईवे पर रोजाना हजारों ट्रक गुजरते हैं. लगातार 100 दिन से चल रहे किसानों के धरने की दिशा क्या होगी? इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. सरकार हमारी बात नहीं सुन रही तो एक-दो साल में सुन लेगी. 2024 तक हम यहां बैठे रहेंगे. जो भी अगली सरकार आएगी, वह हमारी बात मानेगी.
संयुक्त किसान मोर्चा चुनावी राज्यों का रुख भी करेगा. किसान नेता इन राज्यों का दौरा भी करेंगे. क्या चुनावी राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए जाएंगे किसान नेता? इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि 'हराने जिताने का क्या पता. वहां किसानों से अपील करेंगे कि वहां उन्हें फायदा हो रहा है या नहीं.'आपको याद दिला दें कि दिल्ली की सीमाओं पर आज किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो गए हैं. सरकार और किसानों के गतिरोध बरकरार है. किसान अभी भी नए कृषि कानूनों की वापसी और MSP पर गारंटी की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.