भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 157 नए मामले सामने आए. (फोटो- ANI)
नई दिल्ली. चीन में बढ़ते कोरोना (Coronaviurs) के मामले को देखते हुए राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर आ गई हैं. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) सहित देशभर के अस्पतालों (Hospitals) में मंगलवार को कोरोना महामारी से निपटने की मॉक ड्रिल हुई. मॉक ड्रिल के बाद दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि दिल्ली में जरूरत पड़ने पर एक लाख बिस्तर और वेंटिलेटर वाले 25, 000 आईसीयू बेड्स को कोविड-19 रोगियों के उपयोग के लिए परिवर्तित किया जा सकता है. बता दें कि मंगलवार को ही दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड अस्पताल एलएनजेपी (LNJP Hospital) में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री मनीष सिसोदिया ने इतजामों का जायजा लिया.
पिछले दिनों केंद्र सरकार के द्वारा एक परामर्श जारी किए जाने के बाद सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के अस्पतालों में ‘मॉक ड्रिल’ इसलिए आयोजित किया गया ताकि कोविड-19 से जुड़ी किसी भी घटना से निपटने के लिए उनकी तैयारी सुनिश्चित की जा सके. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल सहित अन्य अस्पातलों में भी कोरोना से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने अलग-अलग तरीके से तैयारी की है. दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर मंगलवार को 11 यात्री पॉजिटिव पाए जाने के बाद एयरपोर्ट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जिन लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे हैं उनकी जांच के बाद होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है.
कोरोना से निपटने की ये है तैयारी
पिछले कुछ दिनों से दुनिया में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में हालात अभी तक स्थिर बने हुए है. इसके बावजूद भारत में कोविड संक्रमण ट्रेंड पर गौर करें तो दिसंबर महीने में 83 फीसदी कोविड से होने वाली मौतें और 38 फीसदी नए मामले केरल से आए हैं. वहीं, आकड़ों की बात की जाए तो भारत में पिछले सप्ताह कोरोना मामलों की संख्या तकरीबन 1300 तक पहुंच गई है.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर
वैसे तो राजधानी दिल्ली में फिलहाल कोरोना की संक्रमण दर 0.44 प्रतिशत है, लेकिन जांच थोड़ी अधिक होने के कारण मंगलवार को कोरोना के 16 नए मामले आए. दिल्ली में इस समय कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 39 है. यह आंकड़ा पिछले कई महीनों के मुकाबले अधिक है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 4 मरीज ठीक भी हुए हैं और हाल के दिनों में अभी तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है. दिल्ली के अस्पतालों में अभी 3 मरीज भर्ती हैं. वहीं, दिल्ली में इस समय कंटेनमेंट जोन की संख्या 4 है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में 3592 सैंपल की जांच हुई है.
केरल के बाद दिल्ली अलर्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना के केसों में वैसे तो बढ़ोतरी ज्यादा बड़ी नहीं है, लेकिन केरल में कोरोना को लेकर स्थिति चिंता पैदा करने वाली है. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है. दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में अस्पताल में भर्ती होने वाले कोविड मरीजों की संख्या नहीं के बराबर है.
स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट
बीते मंगलवार को दिल्ली में तैयारियों को जांचने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया खुद सफदरजंग अस्पताल पहुंचे. मंडाविया ने यहां पर उपकरणों और मानव संसाधन की तैयारी को परखा. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्यों को कोविड के लिए पर्याप्त धन आवंटित किया गया है.
ये भी पढ़ें: बिहार के किसान नए साल में होंगे मालामाल! जलभराव वाले खेत से भी अब कर सकेंगे सालोंभर कमाई
इस बीच कुछ देशों में कोविड के मामले में तेजी के बाद भारत में भी लोग वैक्सीनेशन के लिए एक बार फिर से आगे आ रहे हैं. राजधानी दिल्ली में 52 सेंटरों में वैक्सीन के डोज लगाए जा रहे हैं. इनमें से 38 प्राइवेट और 14 सरकारी जगहों पर वैक्सीन लग रहे हैं. खासतौर पर लोग प्रिकॉशन डोज लेने आगे आ रहे हैं. राजधानी दिल्ली में सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध तो है, लेकिन 2 जनवरी तक कोई स्लॉट खाली नहीं हैं. इसके साथ ही दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Bed in Hospitals, Coronavirus Case in India, Coronavirus cases in delhi, COVID 19