नई दिल्ली. विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है. निजी कारणों से अनिल बैजल के अपने पद से पिछले सप्ताह इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह 64 वर्षीय विनय कुमार सक्सेना को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. सक्सेना अब तक खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. कॉर्पोरेट जगत से इस पद पर पहुंचने वाले वे संभवत: पहले शख्स हैं. आइए आपको उनकी शख्सियत से रूबरू करवाते हैं…
राजस्थान से की कॅरियर की शुरुआत
23 मार्च, 1958 को कानपुर की कायस्थ परिवार में जन्म लेने वाले सक्सेना ने 1981 में कानपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था. सक्सेना लाइसेंस्ड पायलट हैं और कॉर्पोरेट जगत में एक जाना पहचाना नाम हैं. उन्होंने 1984 में राजस्थान में जेके ग्रुप के साथ बतौर सहायक अधिकारी अपने कॅरियर की शुरुआत की थी. कुशल नेतृत्व क्षमता और बुद्धिमत्ता से 11 साल इस क्षेत्र में बेहतर काम करने के बाद वर्ष 1995 में उन्हें महाप्रबंधक बनाकर गुजरात में एक प्रस्तावित बंदरगाह परियोजना की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया.
सामाजिक कार्यों के लिए स्थापित की संस्था
महाप्रबंधक के तौर पर यहां से विनय सक्सेना ने अपना नया मुकाम बनाया. अपनी काबिलियत के दम पर वे सीईओ बने और उसके बाद धोलेरा पोर्ट प्रोजेक्ट के डायरेक्टर बने. कॉर्पोरेट जगत में नाम कमाने के साथ ही विनय सक्सेना सोशल वर्क से भी जुड़े हुए हैं. 1991 में उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस फॉर सिविल लिबर्टीज (NCCL) की शुरुआत की थी. इसका मुख्यालय अहमदाबाद में है. इसके जरिए वे कइ सामाजिक कार्य करते हैं.
40 लाख लोगों को दिया रोजगार
कॉर्पोरेट जगत में वे लगातार अपनी मेहनत से नए आयाम स्थापित कर रहे थे. इसके तहत अक्टूबर 2015 में उन्हें केवीआईसी का चेयरमैन बनाया गया. यहां से उन्होंने खादी और गांव से जुड़े सेक्टर में कई नवाचार किए. उन्होंने कई तरह की रोजगार संबंधी योजनाएं शुरू कीं. इनमें ‘हनी मिशन’, ‘कुम्हार सशक्तीकरण योजना’ और ‘लेदर आर्टिसंस’ जैसी योजनाएं शामिल हैं. इतना ही नहीं उनकी कार्यशैली के कारण केवीआईसी का टर्नओवर 248 परसेंट तक पहुंच गया था. साथ ही सिर्फ सात साल के अंदर उन्होंने 40 लाख लोगों को रोजगार दिया. सक्सेना के कार्यकाल में ही 2021-22 में केवीआईसी का टर्नओवर 1.15 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि ऐतिहासिक है. उन्होंने अपने प्रयासों से खादी को एक ब्रांड के तौर पर पहचान दिलाने में काफी मदद की.
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मिल चुके हैं कई सम्मान
विनय कुमार सक्सेना के सामाजिक, सांस्कृतिक और व्यावसायिक कार्यों को देखते हुए सरकार ने उनका नाम कई बार विभिन्न समितियों के लिए नामित किया है. 5 मार्च 2021 को 75वें स्वाधीनता दिवस पर बनी एक समिति का सदस्य बनाया गया था. 2020 में उन्हें पद्म अवॉर्ड सलेक्शन कमिटी का सदस्य बनाया गया था. 2019 में उनके कार्यों को देखते हुए जेएनयू के ‘मेम्बर आॅफ यूनिवर्सिटी कोर्ट’ के लिए नामित किया गया था. विनय सक्सेना के विभिन्न योगदानों के लिए उन्हें कई बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी विनय कुमार सक्सेना की नियुक्ति का स्वागत किया और उन्हें अपने मंत्रिमंडल के पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया है. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेनाजी का दिल्ली की जनता की तरफ से मैं हार्दिक स्वागत करता हूं. दिल्ली की बेहतरी के लिए उन्हें दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल की तरफ से पूर्ण सहयोग मिलेगा.’
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