खम्माम लोकसभा सीट: क्या बीजेपी खोल पाएगी खाता?

खम्माम में कांग्रेस के अलावा, बीजेपी, तेलंगाना राष्ट्र समिति आदि पार्टियों से उम्मीदवार खड़े हैं.
बीजेपी ने देवकी वसुदेव राव को टिकट दिया है. जबकि तेलंगाना राष्ट्र समिति के टिकट पर नामा नागेश्वर राव, सीपीआई (एम) से वोडा वेंकट चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी चुनाव मैदान में हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: May 16, 2019, 3:04 PM IST
तेलंगाना की खम्माम लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण है. मुख्य रूप से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. लेकिन पिछले दो बार से यहां तेलगु देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. खास बात है कि बीजेपी यहां अभी तक खाता नहीं खाेल पाई है. खम्माम लोकसभा सीट की बात करें तो यहां की कुल आबादी का 18.36 फीसदी हिस्सा अनुसूचित जाति का है जबकि 19.42 फीसदी हिस्सा अनुसूचित जनजाति का है.
इस सीट का इतिहास देखें तो यहां पहली बार 1952 में लोकसभा चुनाव हुए. जिसमें पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने जीत हासिल की. 1957 में यहां से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने चुनाव जीता. इसके बाद से यहां कांग्रेस का कब्जा होता चला गया. कांग्रेस ने लगातार 1962 से लेकर 1991 तक 8 बार लोकसभा सीट अपने नाम की. इसके बाद फिर सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने सीट झटक ली. 1998 से लेकर 2004 तक फिर यह सीट कांग्रेस की सीट बन गई लेकिन पिछले दो बार से यह सीट दो अलग अलग पार्टियों के खाते में गई.

कौन कौन हैं प्रत्याशी?इस बार यहां से भारी संख्या में उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं अभी तक यहां खाता न खोल पाई भारतीय जनता पार्टी ने भी उम्मीदवार खड़ा किया है. बीजेपी ने देवकी वसुदेव राव को टिकट दिया है. जबकि तेलंगाना राष्ट्र समिति के टिकट पर नामा नागेश्वर राव, सीपीआई (एम) से वोडा वेंकट चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी चुनाव मैदान में हैं. तेलंगाना युवा शक्ति से उमामहेश्वर राव चेरुकुपल्ली और एकीकृत संक्षेम राष्ट्रीय प्रजा पार्टी से कट्टा श्रीनिवास लड़ेंगे.
तेलंगाना कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने गोपोजू रमेश बाबू, जनसेना पार्टी ने नरला सत्यनारायण, बहुजन मुक्ति पार्टी ने नागेश्वर राव लकावथ और पिरामिड पार्टी ऑफ इंडिया ने वेंकटेश्वर राव को टिकट देकर मैदान में उतारा है. इनके अलावा अनिल कुमार मद्दीनेनी, अवुतापल्ली रामबाबू, कोपप्पुला श्रीनिवास राव, गुगुलोथू रमेश, गोकिनापल्ली वेंकटेश्वरलु, गोपागंनी शंकर राव, दुनुकु वेलद्री, परासगनी नागेश्वर राव, पलवांच रामा राव, बनाला लक्ष्मणाचारी, मुथयाम अर्जुन राजू, लक्ष्मा नाइक बनोथ और संजीवा राव नकिरिकांति आदि निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

2014 में जनता ने वाईएसआर कांग्रेस को सौंपी कमान
पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से वाईएसआर कांग्रेस के पी श्रीनिवास रेड्डी ने चुनाव जीतकर सीट अपने नाम की. रेड्डी को इस चुनाव में 4,21,957 वोट मिले. जबकि टीडीपी के नामा नागेश्वर राव को 4,09,983 वोटों से संतोष करना पड़ा. तीसरे नंबर पर सीपीआई के के. नारायणा रहे थे. उन्हें 1,87,653 वोट मिले थे. वहीं चौथे नंबर पर टीआरएस रही.
सामाजिक ताना-बाना
खम्माम लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं. ये सात सीटें खम्माम, पालेयर, मधिरा, वायरा, साथुपल्ले, कोथागुडेम और असवारावपेटा हैं. इनमें पालेयर, मधिरा और कोथागुडेम में कांग्रेस, साथुपल्ले और असवारावपेटा में टीडीपी, खम्माम में टीआरएस और वायरा में निर्दलीय विधायक हैं. आंकड़ों के मुताबिक खम्माम में कुल मतदाताओं की संख्या 14,40,289 है. जिनमें पुरुष मतदाता 7,12,329 और 7,27,960 महिला मतदाता शामिल हैं.
इस सीट का इतिहास देखें तो यहां पहली बार 1952 में लोकसभा चुनाव हुए. जिसमें पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने जीत हासिल की. 1957 में यहां से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने चुनाव जीता. इसके बाद से यहां कांग्रेस का कब्जा होता चला गया. कांग्रेस ने लगातार 1962 से लेकर 1991 तक 8 बार लोकसभा सीट अपने नाम की. इसके बाद फिर सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने सीट झटक ली. 1998 से लेकर 2004 तक फिर यह सीट कांग्रेस की सीट बन गई लेकिन पिछले दो बार से यह सीट दो अलग अलग पार्टियों के खाते में गई.

कांग्रेस ने रेणुका चौधरी को खम्माम लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.
कौन कौन हैं प्रत्याशी?इस बार यहां से भारी संख्या में उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं अभी तक यहां खाता न खोल पाई भारतीय जनता पार्टी ने भी उम्मीदवार खड़ा किया है. बीजेपी ने देवकी वसुदेव राव को टिकट दिया है. जबकि तेलंगाना राष्ट्र समिति के टिकट पर नामा नागेश्वर राव, सीपीआई (एम) से वोडा वेंकट चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी चुनाव मैदान में हैं. तेलंगाना युवा शक्ति से उमामहेश्वर राव चेरुकुपल्ली और एकीकृत संक्षेम राष्ट्रीय प्रजा पार्टी से कट्टा श्रीनिवास लड़ेंगे.
तेलंगाना कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने गोपोजू रमेश बाबू, जनसेना पार्टी ने नरला सत्यनारायण, बहुजन मुक्ति पार्टी ने नागेश्वर राव लकावथ और पिरामिड पार्टी ऑफ इंडिया ने वेंकटेश्वर राव को टिकट देकर मैदान में उतारा है. इनके अलावा अनिल कुमार मद्दीनेनी, अवुतापल्ली रामबाबू, कोपप्पुला श्रीनिवास राव, गुगुलोथू रमेश, गोकिनापल्ली वेंकटेश्वरलु, गोपागंनी शंकर राव, दुनुकु वेलद्री, परासगनी नागेश्वर राव, पलवांच रामा राव, बनाला लक्ष्मणाचारी, मुथयाम अर्जुन राजू, लक्ष्मा नाइक बनोथ और संजीवा राव नकिरिकांति आदि निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

खम्माम में अभी तक बीजेपी के हाथ सीट नहीं लगी है. इस बार बीजेपी ने भी यहां प्रत्याशी खड़ा किया है.
2014 में जनता ने वाईएसआर कांग्रेस को सौंपी कमान
पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से वाईएसआर कांग्रेस के पी श्रीनिवास रेड्डी ने चुनाव जीतकर सीट अपने नाम की. रेड्डी को इस चुनाव में 4,21,957 वोट मिले. जबकि टीडीपी के नामा नागेश्वर राव को 4,09,983 वोटों से संतोष करना पड़ा. तीसरे नंबर पर सीपीआई के के. नारायणा रहे थे. उन्हें 1,87,653 वोट मिले थे. वहीं चौथे नंबर पर टीआरएस रही.
सामाजिक ताना-बाना
खम्माम लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं. ये सात सीटें खम्माम, पालेयर, मधिरा, वायरा, साथुपल्ले, कोथागुडेम और असवारावपेटा हैं. इनमें पालेयर, मधिरा और कोथागुडेम में कांग्रेस, साथुपल्ले और असवारावपेटा में टीडीपी, खम्माम में टीआरएस और वायरा में निर्दलीय विधायक हैं. आंकड़ों के मुताबिक खम्माम में कुल मतदाताओं की संख्या 14,40,289 है. जिनमें पुरुष मतदाता 7,12,329 और 7,27,960 महिला मतदाता शामिल हैं.