नोएडा. उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ग्रेटर नोएडा में इलेक्ट्रिक वातानुकूलित बसें जल्द संचालित की जाएं. दो-दिवसीय दौरे पर गौतम बुद्ध नगर जिले आए मंत्री ने यह भी कहा कि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर के नाम सरल, आसान तरीके से और जनता के हित के अनुसार बदले जाएंगे. राज्य द्वारा संचालित बसें उपलब्ध कराना और सेक्टर के नाम बदलना ग्रेटर नोएडा निवासियों की मुख्य मांगों में शामिल हैं. ग्रेटर नोएडा के कुछ सेक्टर के नाम कोविड-19 के स्वरूपों डेल्टा एवं ओमिक्रॉन से मिलते हैं.
वहीं, पिछले साल खबर सामने आई थी कि नोएडा के निवासियों को गाजियाबाद , कौशांबी और मुरादनगर समेत आधा दर्जन से ज्यादा रूट्स पर अब ई-बसों में सफर करने का मौका मिलने वाला है. यह बस सेवा गाजियाबाद से नोएडा के बीच चलेगी. इसके लिए ग्रेटर नोएडा रोड पर एक डिपो और चार्जिंग स्टेशन बनाया जा रहा है. इस डिपो और चार्जिंग स्टेशन की लागत करीब 14 करोड़ रुपये आ रही है. जल्द ही यहां से बसों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है. इसके बाद नोएडा से गाजियाबाद के रूट पर मेट्रो रेल के साथ ही ई-बसों से सफर करने का विकल्प भी खुल जाएगा.
इसके लिए 14 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं
ई-बसों के लिए ग्रेटर नोएडा रोड पर अकबरपुर-बहरामपुर में बस डिपो बनाया जा रहा है. करीब 22 हजार वर्गमीटर एरिया में यह डिपो तैयार किया जा रहा है. इसके लिए 14 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. डिपो की चारों ओर से बाउंड़ीवॉल, वर्कशॉप, ड्रावइर और कंडक्टर के लिए रेस्ट रूम और ऑफिस बनाने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही इसी परिसर में चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जा रहा है. इसके लिए बिजली विभाग डिपो तक अलग से बिजली की लाइन खींच रहा है. जिस रफ्तार से डिपो का काम चल रहा है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Electronic Vehicles, Greater noida news, Noida news