नई दिल्ली. न पेपर सेंटर के भीतर परीक्षा (Examination) देने गया और न ही परीक्षा केंद्र के आसपास दिखाई दिया, फिर भी सरकारी स्कूल में प्राइमरी टीचर (Primary Teacher) बन गया. मामले की जांच चली तो भंडाफोड़ हो गया. मामला दिल्ली का है. जहां दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने जालसाजी के आरोप में एक टीचर को गिरफ्तार किया है. जिसने दिल्ली में प्राथमिक शिक्षक की नौकरी पाने के लिए डीएसएसएसबी परीक्षा में खुद बैठने के बजाय किसी दूसरे को पेपर देने बैठाया और टीचर बन गया.
आरोपी के पिता डीडीए से और मां शिक्षिका की पोस्ट से रिटायर्ड हैं. लेकिन दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के अधिकारियों ने कुछ लोगों पर जालसाजी से पेपर में पास होने की शिकायत दिल्ली पुलिस को दी थी. जिसके बाद क्राइम ब्रांच पूरे मामले की जांच कर रही थी।.जिसके बाद जांच में डीएसएसएसबी (DSSSB) के एग्जाम हॉल से मिले वीडियो और पेपरों में अलग अलग पहचान के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई.
आरोपी ने एग्जामिनर को चकमा देने के लिए फोटो में असली पहचान को छिपा दिया, जिसे परीक्षा देते समय भी कोई पहचान नहीं पाया. क्योंकि उसकी दाढ़ी थी, जबकि फॉर्म में फोटो क्लीन शेव में लगाई हुई थी. आरोपी का नाम रवि डबास है जिसे कंझावला से गिरफ्तार किया गया आरोपी के पिता DDA से और मां टीचर की पोस्ट से रिटायर्ड हैं.
दूसरे साथी की तलाश कर रही पुलिस
आरोपी से पूछताछ में पता चला कि उसने प्रारंभिक चरण में फॉर्म भरने की प्रक्रिया के दौरान पुरानी क्लीन शेव फोटो का इस्तेमाल किया था. जबकि उसकी जगह पेपर देने वाला युवक दाढ़ी के साथ परीक्षा केंद्र में उपस्थित हुआ, जिससे उसके चेहरे की असली पहचान छिपी हुई थी. इसी वजह से परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा एजेंसियां और निरीक्षक उसकी पहचान नहीं कर सके. आरोपी के दूसरे साथी की तलाश की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि कितने लोग इस गैंग का सहारा लेकर परीक्षा में बैठे हुए थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Delhi news, Delhi School