Packers & Movers- इंटरनेट पर सर्च कर लॉजिस्टिक्स कंपनियों का नंबर तलाशना आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है.
नई दिल्ली. अगर आप इंटरनेट (Internet) पर सर्च कर लॉजिस्टिक्स कंपनियों (Logistic Companies) का नंबर हासिल कर रहे हैं तो यह आपके लिए परेशानी का कारण भी बन सकता है. दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR) सहित देश के हर बड़े शहरों में फर्जी पैकर्स एंड मूवर्स (Packers & Movers) कंपनियों का जाल बिछ गया है. जालसाज फेक वेबसाइट (Fake Website) बना कर लोगों को ठग रहे हैं. गुरुग्राम में पिछले दिनों ही एक मामला सामने आया है, जिससे आप सावधान हो जाएंगे. गुरुग्राम के एक शख्स को इंटरनेट पर सर्च कर पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी का नंबर हासिल करना महंगा पड़ा. फर्जी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी की वजह से उस शख्स को अब अपने कार से हाथ धोना पड़ रहा है.
बता दें कि गुरुग्राम के धारूहेड़ा निवासी विपुल भारद्वाज मानेसर सेक्टर-4 स्थित एक कंपनी में काम करते हैं. भारद्वाज अपनी मारुति स्विफ्ट डिजायर कार को गुरुग्राम से उड़ीसा पहुंचानी थी. इसके लिए उन्होंने इंटरनेट की मदद लेकर एक पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी का नंबर खोजा. भारद्वाज ने रामा कृष्णा पैकर्स एंड मूवर्स से बात शुरू की. कंपनी से बात फाइनल होने पर एक चालक का भारद्वाज के पास फोन आया. वह ड्राइवर मानेसर स्थित कंपनी में पहुंच कर कार पिक कर ली. कार को हैंडओवर करेत हुए विपुल ने कार की दोनों चाबी, ऑरिजिनल आरसी, इंश्योरेंस और पॉल्यूशन के पेपर भी ड्राइवर को दे दिए.
फर्जी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों का ये है काम
लेकिन, अब कई दिनों के बाद गाड़ी उड़ीसा नहीं पहुंची और चालक सहित सभी लोगों का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा है. भारद्वाज ने अब इसकी शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन वह पिछले कई दिनों से परेशान चल रहे हैं. बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बड़ी-बड़ी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों के नाम से फर्जी वेबसाइट का अंबार लगा हुआ है. ये लोग बड़े-बड़े ब्रांड के नाम का उपयोग करके नकली वेबसाइट बना कर ग्राहकों को धोखा देने का खेल करते हैं. लोग भी आसानी से उन्हें असली कंपनी मान लेते हैं और उसके जाल में फंस जाते हैं.
कौन लोग निशाने पर होते हैं?
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में कई गैंग पिछले काफी समय से सक्रिय है, जो कि खासतौर से नौकरीपेशा लोगों को अपना निशाना बनाता है. दरअसल, नौकरीपेशा लोगों का ट्रांसफर इधर से उधर होता रहता और उन्हें सामान ले जाने के लिए मूवर्स एंड पैकर्स की आवश्यकता होती है. इन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए यह गैंग फर्जी कंपनी बना कर लोगों का सामान इधर से उधर करने के नाम पर बड़ी ठगी को अंजाम देते हैं.
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बता दें कि दिल्ली-एनसीआऱ में फर्जी पैकर्स एंड मूवर्स गैंग का भरमार है. इस तरह के गैंग फर्जी मूवर्स एंड पैकर्स कंपनी बना कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. दिल्ली-एनसीआर ही नहीं देश के बड़े शहरों कोलकाता, चैन्नई और मुंबई जैसे महानगरों में भी इनका पूरा गैंग काम करता है. हाल ही में मुंबई में रह रहे डीआरडीओ साइंटिस्ट मित्र बसु छिल्लर ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए थे. उनके साथ ये ठगी एक फर्जी मूवर्स एंड पैकर्स कंपनी ने किया, जिसने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में 58,000 रुपये उनसे ठग लिए. मित्र बसु छिल्लर मिस वर्ल्ड 2017 रहीं मानुषी छिल्लर के पिता हैं.
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