Delhi-NCR की हवा आज हो सकती है बेहद खराब, राष्ट्रपति कोविंद बोले- भविष्य को लेकर डर रहता है
News18Hindi Updated: November 20, 2019, 9:07 AM IST

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शनिवार और रविवार की हवा कुछ साफ रहने के बाद सोमवार से ही प्रदूषण के स्तर में बढ़त देखने को मिली थी. (फाइल फोटो)
दिल्ली (Delhi Air Pollution) की आबोहवा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने चिंता जताते हुए कहा, 'कई वैज्ञानिकों ने भविष्य की दुखद तस्वीर पेश की है. शहरों में धुंध और खराब दृश्यता के दिनों में हमें डर रहता है कि क्या भविष्य ऐसा ही है.'
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- Last Updated: November 20, 2019, 9:07 AM IST
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की हवा एक बार फिर खराब होने जा रही है. मौसम (Weather) का हाल बताने वाली संस्था स्काईमेट (Skymate) के अनुसार बुधवार को राजधानी और आसपास के क्षेत्र में मौसम बेहद खराब हो सकता है और आने वाले दो दिनों में इसके हाल और बदतर हो सकते हैं. इसका मुख्य कारण हवा के वेग का कम होना माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि हिमालय (Himalaya) के दक्षिणी क्षेत्र के मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है जो कि हवा के वेग पर असर डालेगा.
नहीं चलेगी तेज हवाएं तो बढ़ेगा प्रदूषण
हिमालय के क्षेत्र में कम दबाव के चलते हवाओं के वेग पर खासा असर पड़ेगा, जिसके चलते दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में बढ़ेातरी देखी जाएगी. इसका सबसे खराब हाल 21 और 22 नवंबर को देखने को मिल सकता है. स्काईमेट के अनुसार, यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब हो सकती है. दिल्ली के साथ-साथ ही नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी हालात बदतर हो सकते हैं.
सोमवार से ही बढ़ने लगा था प्रदूषण का स्तर
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शनिवार और रविवार की हवा कुछ साफ रहने के बाद सोमवार से ही प्रदूषण के स्तर में बढ़त देखने को मिली थी. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 188 के स्तर पर दर्ज किया गया था जो कि मंगलवार को बढ़ कर 2018 तक पहुंच गया. कुछ इलाकों में इस दौरान स्मॉग का असर भी दिखाई दिया. वहीं बुधवार को अब यह स्तर और बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों मे स्मॉग का असर भी काफी देखा जा रहा है. राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर 210 रहा.
राष्ट्रपति कोविंद भी चिंतित
दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात को देखते हुए भविष्य की चिंता होती है और अस्तित्व का खतरा नजर आता है. राष्ट्रपति कोविंद ने यह बात राष्ट्रपति भवन में विजिटर्स कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा, 'यह साल का ऐसा वक्त है जब देश की राजधानी और कई अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता मानकों से परे काफी खराब हो गई है. कई वैज्ञानिकों ने भविष्य की दुखद तस्वीर पेश की है. शहरों में धुंध और खराब दृश्यता के दिनों में हमें डर रहता है कि क्या भविष्य ऐसा ही है.'
कोविंद ने कहा, हम ऐसी चुनौती का सामना कर रहे हैं जो पहले कभी नहीं आई. पिछली कुछ सदियों में हाइड्रोकार्बन ऊर्जा ने दुनिया का चेहरा बदल दिया है लेकिन अब इससे हमारे अस्तित्व पर ही खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि यह चुनौती उन देशों के लिए और विकट हो गई है, जो जनसंख्या के एक बड़े हिस्से को गरीबी से बाहर लाने के लिए संघर्षरत हैं. फिर भी हमें विकल्प तलाशना होगा.
ये भी पढ़ेंः दिल्ली-उत्तराखंड में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.3 रही तीव्रता
नहीं चलेगी तेज हवाएं तो बढ़ेगा प्रदूषण
हिमालय के क्षेत्र में कम दबाव के चलते हवाओं के वेग पर खासा असर पड़ेगा, जिसके चलते दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में बढ़ेातरी देखी जाएगी. इसका सबसे खराब हाल 21 और 22 नवंबर को देखने को मिल सकता है. स्काईमेट के अनुसार, यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब हो सकती है. दिल्ली के साथ-साथ ही नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी हालात बदतर हो सकते हैं.
Delhi: Major pollutants PM 2.5 at 210 in 'Moderate' category and PM 10 at 204 in 'Moderate' category, in Lodhi Road area, according to the Air Quality Index (AQI) data. pic.twitter.com/G9jMu2g0WR
— ANI (@ANI) November 20, 2019
सोमवार से ही बढ़ने लगा था प्रदूषण का स्तर
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शनिवार और रविवार की हवा कुछ साफ रहने के बाद सोमवार से ही प्रदूषण के स्तर में बढ़त देखने को मिली थी. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 188 के स्तर पर दर्ज किया गया था जो कि मंगलवार को बढ़ कर 2018 तक पहुंच गया. कुछ इलाकों में इस दौरान स्मॉग का असर भी दिखाई दिया. वहीं बुधवार को अब यह स्तर और बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों मे स्मॉग का असर भी काफी देखा जा रहा है. राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर 210 रहा.
राष्ट्रपति कोविंद भी चिंतित
दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात को देखते हुए भविष्य की चिंता होती है और अस्तित्व का खतरा नजर आता है. राष्ट्रपति कोविंद ने यह बात राष्ट्रपति भवन में विजिटर्स कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा, 'यह साल का ऐसा वक्त है जब देश की राजधानी और कई अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता मानकों से परे काफी खराब हो गई है. कई वैज्ञानिकों ने भविष्य की दुखद तस्वीर पेश की है. शहरों में धुंध और खराब दृश्यता के दिनों में हमें डर रहता है कि क्या भविष्य ऐसा ही है.'
कोविंद ने कहा, हम ऐसी चुनौती का सामना कर रहे हैं जो पहले कभी नहीं आई. पिछली कुछ सदियों में हाइड्रोकार्बन ऊर्जा ने दुनिया का चेहरा बदल दिया है लेकिन अब इससे हमारे अस्तित्व पर ही खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि यह चुनौती उन देशों के लिए और विकट हो गई है, जो जनसंख्या के एक बड़े हिस्से को गरीबी से बाहर लाने के लिए संघर्षरत हैं. फिर भी हमें विकल्प तलाशना होगा.
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First published: November 20, 2019, 8:14 AM IST