एम्स दिल्ली के सर्वर पर अटैक के संबंध में सरकार ने बयान दिया है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. केंद्र सरकार (Central Government) ने कहा है कि एम्स रैनसमवेयर अटैक, लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया बड़ा षड्यंत्र है. कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि यह डेटा ब्रीच नहीं बल्कि सिस्टम ब्रीच है. किसी ने जानबूझकर रैनसम अटैक किया है. उन्होंने कहा कि हम ऐसे अटैक से बचने के लिए पूरे प्रयास कर रहे हैं. जो भी ऑटोनॉमस संस्थाएं हैं उन्हें एडवाइजरी भी जा रही है कि वो गाइडलाइन को फॉलो करें.
आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि कम्यूटर इमरजेंसी एडवांस टीम इसे सुलझाने में लगी है. इन्होंने पता लगा लिया है कि ये ब्रीच कैसे हुआ है और हम सरकार की तरफ से पूरी सहायता दे रहे हैं. News18 से बातचीत में आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हम डिजिटल पर्सनल डेटा बिल ला रहे हैं. इसको लेकर लोगों से सुझाव भी लिए जा रहे हैं. इसका मकसद ये है कि डेटा इकट्ठा करने वाले प्लेटफॉर्म पर नकेल कसा जा सके. अगर ये प्लेटफार्म डेटा ब्रीच करेगा तो 500 करोड़ रुपए तक उसपर पेनाल्टी लगाई जा सकती है.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि इस बजट सत्र में इस बिल के आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि एक बार ब्रीच करने पर 500 करोड़ रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकेगा और इसे सरकार बढ़ा भी सकेगी. इससे लोगों के डेटा की सुरक्षा हो सकेगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: AIIMS, Central government
PHOTOS: जिसे देवी रुक्मिणी समझ लोग करते रहे पूजा वो थे महात्मा बुद्ध, जानें 450 ईसा पूर्व के अद्भुत पुरातात्विक तथ्य
Anti-Naxal Operation: अब होगा नक्सलियों का खात्मा! बालाघाट में पहली बार कोबरा के 100 जवान तैनात
कानीवाड़ा हनुमान मंदिर: यहां दलित पुजारी करवाते हैं पूजा, बिना छत के रहते हैं भगवान, जानें वजह