नई दिल्ली. दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल (Sir Gangaram Hospital) को रविवार तड़के पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इससे पहले, शहर के प्रतिष्ठित अस्पताल ने शनिवार को रात साढ़े दस बजे एक अन्य जीवन रक्षा संदेश (SOS) भेजते हुए कहा था कि उसके पास केवल एक घंटे तक आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन (Oxygen) बची है. जब आपात संदेश भेजा गया उस वक्त आईसीयू में 130 मरीज जिनमें से 30 वेंटिलेटर पर थे. आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक राघव चड्ढा की मदद से शनिवार देर रात करीब 12 बजकर 20 मिनट पर अस्पताल को एक टैंकर मिला जिससे एक मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली.
अस्पताल के एक प्रवक्ता ने देर रात करीब 12 बजकर 45 मिनट पर कहा, ‘‘यह ऑक्सीजन दो घंटे तक चलेगी.’’ प्रवक्ता ने कहा कि सर गंगाराम अस्पताल को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाला प्रमुख आपूर्तिकर्ता फरीदाबाद में है जिसे तड़के तीन बजे से पहले एक टैंकर भेजना था. उन्होंने बताया कि आखिरकार सुबह चार बजकर 15 मिनट पर टैंकर पहुंच गया और उससे पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली। पिछले तीन दिनों में यह अस्पताल को मिली सबसे अधिक ऑक्सीजन है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह ऑक्सीजन 11 से 12 घंटे तक चलेगी. लंबे वक्त के बाद ऑक्सीजन पूरे दबाव पर काम कर रही है.’’
ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जूझते रहे
राष्ट्रीय राजधानी के कुछ अस्पताल शनिवार को मेडिकल ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जूझते रहे. जबकि दिल्ली सरकार और पुलिस की मदद से उन्हें ऑक्सीजन की आपात आपूर्ति भी की गई. कुछ अस्पतालों ने थोड़े वक्त के लिए बंदोबस्त कर लिया है लेकिन इस संकट के जल्द ही खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. दिल्ली में कम से कम दो निजी अस्पताल रोहिणी में स्थित सरोज सुपर स्पेशियेलिटी हॉस्पिटल और तुगलकाबाद में स्थित बत्रा हॉस्पिटल ने ऑक्सीजन की कमी के कारण शनिवार को मरीजों के परिवारों को उन्हें दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए कहा. सर गंगाराम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण शुक्रवार को 25 ‘‘अत्यंत बीमार’’ मरीजों की मौत हो गई थी.
मरीजों की संख्या कम करनी चाहिए
अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डी एस राणा ने कहा, ‘‘मैंने केंद्र और राज्य दोनों से मदद की अपील की है. एक तरफ तो उन्होंने कोविड बिस्तर बढ़ा दिए और दूसरी तरह वे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर सकते। हम कैसे काम करेंगे?’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह कोविड सुनामी है और सरकार ने आपदा प्रबंधन कानून लागू कर दिया है तो उन्हें इसके अनुसार काम करना चाहिए। हमें फौरन हस्तक्षेप की आवश्यकता है.’’ डॉ. राणा ने कहा, ‘‘सरकार सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है लेकिन शायद वह भी असहाय है. लेकिन फिर उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए और भर्ती करने वाले मरीजों की संख्या कम करनी चाहिए.’’undefined
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Tags: Corona Virus, Delhi news, Sir Ganga Ram Hospital
FIRST PUBLISHED : April 25, 2021, 12:40 IST