नोएडा: पुलिस मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी बलराज भाटी

इनामी बदमाश बलराज भाटी की फोटो.
बताया जा रहा है कि तीन राज्यों की पुलिस लंबे समय से बलराज भाटी की तलाश कर रही थी. इस कुख्यात गैंगस्टर के ऊपर हत्या, डकैती, गैंगवार और अपहरण जैसे अपराध के संगीन मामले दर्ज थे.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: April 23, 2018, 1:32 PM IST
नोएडा में यूपी एसटीएफ ने सोमवार को कुख्यात गैंगस्टर और 2 लाख का इनामी बदमाश बलराज भाटी को मुठभेड़ में मार गिराया. बता दें कि सेक्टर- 49 इलाके में पुलिस एनकाउंटर में नोएडा एसटीएफ और हरियाणा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गैंगस्टर भाटी को मार गिराया. बताया जा रहा है कि तीन राज्यों की पुलिस लंबे समय से बलराज भाटी की तलाश कर रही थी. इस कुख्यात गैंगस्टर के ऊपर हत्या, डकैती, गैंगवार और अपहरण जैसे अपराध के संगीन मामले दर्ज थे.
पुलिस के मुताबिक बलराज भाटी शहर में किसी वारदात को अंजाम देने के फिराक में था. इसी बीच एसटीएफ की टीम को मुखबिर के जरिए सूचना पर पुलिस ने घेरांबदी की. अपने को घिरा देखकर बलराज भाटी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बलराज भाटी को गोली लगी. पुलिस इनामी बदमाश को लेकर जिला अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि अपराध जगत में आने से पहले भाटी दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल था. नौकरी में रहते हुए हत्या के एक मामले में भाटी आरोपी बना था. दिल्ली पुलिस से नौकरी जाने के बाद वह अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था. उसका संपर्क कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी से हुआ और जल्द ही वह सुंदर भाटी का सबसे करीबी बन गया. वहीं सुंदर भाटी के जेल जाने के बाद से बलराज भाटी ही गैंग को संचालित कर रहा था.
एसएसपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि इनामी बदमाश बलराज भाटी पर हत्या के 6 से अधिक मामले दर्ज थे. पिछले साल भी गुड़गांव के पास पुलिस ने बलराज भाटी को पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन भाटी अपने गैंग के सदस्यों के साथ भागने में सफल रहा था.
पुलिस के मुताबिक बलराज भाटी शहर में किसी वारदात को अंजाम देने के फिराक में था. इसी बीच एसटीएफ की टीम को मुखबिर के जरिए सूचना पर पुलिस ने घेरांबदी की. अपने को घिरा देखकर बलराज भाटी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बलराज भाटी को गोली लगी. पुलिस इनामी बदमाश को लेकर जिला अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि अपराध जगत में आने से पहले भाटी दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल था. नौकरी में रहते हुए हत्या के एक मामले में भाटी आरोपी बना था. दिल्ली पुलिस से नौकरी जाने के बाद वह अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था. उसका संपर्क कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी से हुआ और जल्द ही वह सुंदर भाटी का सबसे करीबी बन गया. वहीं सुंदर भाटी के जेल जाने के बाद से बलराज भाटी ही गैंग को संचालित कर रहा था.