गुरुग्राम: टोल बचाने के लिए हो रहा फर्जी ID का इस्तेमाल, सुरक्षा को खतरा

पकड़े गए नकली आईडी कार्ड
टोल कलेक्शन करने वाली कंपनी स्काई लार्क के अनुसार जांच अभियान में आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिले हैं.
- News18 Haryana
- Last Updated: June 20, 2019, 4:51 PM IST
हाईवे स्थित खेडक़ीदोला टोल प्लॉजा पर टोल माफी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सरकारी पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर कार्ड और तीनों सेनाओं के सेवारत लोगों के पहचान पत्रों के फर्जी बाड़े को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में भारी संख्या में फर्जी आईडी कार्ड टोल एजेंसी ने पकड़े और इसकी सूचना प्रशासन को दी गई है.
टोल कलेक्शन करने वाली कंपनी स्काई लार्क के अनुसार जांच अभियान में आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिले हैं. मुख्य रूप से सेनाओं के सेवारत अधिकारियों और पुलिस के जवानों के साथ साथ लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हे टोल बचाने के लिए प्रयोग कर रहे है. ये ऐसे लोगों है जो जिनका टोल प्लाजा पर टोल फ्री है उनके पहचान पत्र की फोटो कॉपी करके इस्तेमाल करते पाए गए हैं. लोगों के इस कदम से देश की सुरक्षा के लिए एक खतरे की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता.
देश की सुरक्षा को खतरा
कुछ लोग रिटायर्ड होने पर भी नौकरी के दौरान प्राप्त पहचान पत्र की कलर फोटो कॉपी प्रयोग करते गए पकड़े गए. देश की सुरक्षा को लेकर इन पहचान पत्रों का गलत इस्तेमाल करके संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवेश बड़ी आसानी-आसानी से किया जा सकता है.50-60 रुपये बचाने के लिए बना रहे फर्जी आई कार्ड
अगर यही पहचान पत्र किसी देश विरोधी गतिविधियों चलाने वालों के हाथ लग जाए तो कितना बड़ा नुकसान हो सकता है. देश की सुरक्षा को इसका आज कोई आकलन नहीं कर सकता. मात्र 50 से 60 रुपयें बचाने के लिए कितना बड़ा जोखिम उठा रहें है. सैंकड़ों फर्जी पहचान पत्र हरियाणा, दिल्ली पुलिस एवं राजस्थान पुलिस के पकड़े हैं. वहीं आसपास के लोगों के भी फर्जी लाइसेंस और आधार कार्ड बनाकर लोग टोल बचाने के लिए इस तरह की फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर रहे हैं. वही टोल कंपनी ने एक मुहिम चलाई हुई है शांति दूत जिसके तहत इन पहचान पत्रों को पकड़ा है.
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टोल कलेक्शन करने वाली कंपनी स्काई लार्क के अनुसार जांच अभियान में आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिले हैं. मुख्य रूप से सेनाओं के सेवारत अधिकारियों और पुलिस के जवानों के साथ साथ लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हे टोल बचाने के लिए प्रयोग कर रहे है. ये ऐसे लोगों है जो जिनका टोल प्लाजा पर टोल फ्री है उनके पहचान पत्र की फोटो कॉपी करके इस्तेमाल करते पाए गए हैं. लोगों के इस कदम से देश की सुरक्षा के लिए एक खतरे की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता.
देश की सुरक्षा को खतरा
कुछ लोग रिटायर्ड होने पर भी नौकरी के दौरान प्राप्त पहचान पत्र की कलर फोटो कॉपी प्रयोग करते गए पकड़े गए. देश की सुरक्षा को लेकर इन पहचान पत्रों का गलत इस्तेमाल करके संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवेश बड़ी आसानी-आसानी से किया जा सकता है.50-60 रुपये बचाने के लिए बना रहे फर्जी आई कार्ड
अगर यही पहचान पत्र किसी देश विरोधी गतिविधियों चलाने वालों के हाथ लग जाए तो कितना बड़ा नुकसान हो सकता है. देश की सुरक्षा को इसका आज कोई आकलन नहीं कर सकता. मात्र 50 से 60 रुपयें बचाने के लिए कितना बड़ा जोखिम उठा रहें है. सैंकड़ों फर्जी पहचान पत्र हरियाणा, दिल्ली पुलिस एवं राजस्थान पुलिस के पकड़े हैं. वहीं आसपास के लोगों के भी फर्जी लाइसेंस और आधार कार्ड बनाकर लोग टोल बचाने के लिए इस तरह की फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर रहे हैं. वही टोल कंपनी ने एक मुहिम चलाई हुई है शांति दूत जिसके तहत इन पहचान पत्रों को पकड़ा है.
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