JNU फीस विवाद: छात्रसंघ अध्यक्ष ने की मांग, छात्रों के खिलाफ न हो कोई कार्रवाई
भाषा Updated: November 19, 2019, 8:05 PM IST

जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष (Aishi Ghosh) ने पत्रकारों से कहा, ‘छात्रों को इस प्रदर्शन के लिए ई-मेल के जरिए नोटिस मिल रहे हैं. लेकिन यह प्रदर्शन एक वजह से किया जा रहा है और छात्र एक रुपए का भी जुर्माना नहीं भरेंगे.’
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष (Aishi Ghosh) ने पत्रकारों से कहा, ‘छात्रों को इस प्रदर्शन के लिए ई-मेल के जरिए नोटिस मिल रहे हैं. लेकिन यह प्रदर्शन एक वजह से किया जा रहा है और छात्र एक रुपए का भी जुर्माना नहीं भरेंगे.’
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- Last Updated: November 19, 2019, 8:05 PM IST
नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) ने मंगलवार को फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई ना किए जाने की मांग की. जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष (Aishi Ghosh) ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव जीसी होसुर (Joint Secretary GC Hosur) के साथ हमने एक बैठक की और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रशासन छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई ना करे. छात्र संघ ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय द्वारा गठित पैनल के सदस्यों से मिलने से इनकार कर दिया.
यह मनमानी है
एचआरडी मंत्रालय ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों और प्रशासन के बीच मध्यस्थता करने और परिसर में सामान्य कामकाज बहाल करने के तरीके सुझाने के लिए इस पैनल का गठन किया है. घोष ने कहा, ‘हमें पता चला है कि रजिस्ट्रार ने हमारे और विश्वविद्यालय के बीच मध्यस्थता करने के लिए एचआरडी द्वारा गठित पैनल के सदस्यों से मिलने से इनकार कर दिया है. देखिए यह मनमानी है. जब वे सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने से इनकार कर सकते हैं, तो उनसे हमसे बात करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है?’
मांगे पूरी किए जाने तक खत्म नहीं किया जाएगा प्रदर्शन
रजिस्ट्रार या विश्वविद्यायल प्रशासन की ओर से जेएनयूएसयू के आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जारी प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे जेएनयूएसयू ने कहा कि, मांगे पूरी किए जाने तक प्रदर्शन खत्म नहीं किया जाएगा. घोष ने कहा, ‘फीस बढ़ोतरी के फैसले को वापस लेने की हमारी मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा.’ये भी पढ़ें -
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यह मनमानी है
एचआरडी मंत्रालय ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों और प्रशासन के बीच मध्यस्थता करने और परिसर में सामान्य कामकाज बहाल करने के तरीके सुझाने के लिए इस पैनल का गठन किया है. घोष ने कहा, ‘हमें पता चला है कि रजिस्ट्रार ने हमारे और विश्वविद्यालय के बीच मध्यस्थता करने के लिए एचआरडी द्वारा गठित पैनल के सदस्यों से मिलने से इनकार कर दिया है. देखिए यह मनमानी है. जब वे सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने से इनकार कर सकते हैं, तो उनसे हमसे बात करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है?’
मांगे पूरी किए जाने तक खत्म नहीं किया जाएगा प्रदर्शन
रजिस्ट्रार या विश्वविद्यायल प्रशासन की ओर से जेएनयूएसयू के आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जारी प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे जेएनयूएसयू ने कहा कि, मांगे पूरी किए जाने तक प्रदर्शन खत्म नहीं किया जाएगा. घोष ने कहा, ‘फीस बढ़ोतरी के फैसले को वापस लेने की हमारी मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा.’ये भी पढ़ें -
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First published: November 19, 2019, 6:22 PM IST