फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत रखते हैं. (Photo: Pixabay)
आज माघ पूर्णिमा से फरवरी माह के नए सप्ताह का प्रारंभ हुआ है. फरवरी का दूसरा सप्ताह 05 फरवरी से लेकर 11 फरवरी तक है. इस सप्ताह के पहले दिन रवि पुष्य योग समेत 4 शुभ योग बन रहे हैं. इस सप्ताह में ही 06 फरवरी से हिंदू कैलेंडर के 12वें माह फाल्गुन का प्रारंभ हो रहा है. इस सप्ताह में माघ पूर्णिमा, द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, कुंभ संक्रांति, सीता अष्टमी और मासिक कालाष्टमी व्रत आने वाले हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि फरवरी के दूसरे सप्ताह के व्रत और त्योहार कब कब हैं?
फरवरी 2023 दूसरे सप्ताह के व्रत और त्योहार
05 फरवरी, दिन-रविवार: माघ पूर्णिमा
माघ पूर्णिमा 2023: माघ पूर्णिमा व्रत आज 05 फरवरी को है. आज के दिन स्नान और दान करने का विधान है. जो लोग माघ पूर्णिमा व्रत रखते हैं, वे सत्यनारायण भगवान की पूजा करते हैं और उनकी व्रत कथा सुनते हैं. जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर होता है, उन लोगों को माघ पूर्णिमा की रात चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए और उन्हें अर्घ्य देना चाहिए. रात के समय में माता लक्षमी की पूजा करना भी पुण्य फलदायी होता है.
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06 फरवरी, दिन-सोमवार: फाल्गुन माह प्रारंभ, फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा
फाल्गुन माह 2023 प्रारंभ: फाल्गुन माह का प्रारंभ 06 फरवरी दिन सोमवार से होगा. इस दिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. फाल्गुन माह में महाशिवरत्रि, होली, रंगभरी एकादशी, आंवला एकादशी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आएंगे.
09 फरवरी, दिन गुरुवार: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी 2023: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत रखते हैं. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत 09 फरवरी दिन गुरुवार को है. इस दिन भगवान गणेश जी और चंद्रमा की पूजा करते हें. इस व्रत को करने से संकट दूर होते हैं और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है.
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13 फरवरी, दिन-सोमवार: कुंभ संक्रांति, सीता अष्टमी, मासिक कालाष्टमी व्रत
कुंभ संक्रांति 2023: सूर्य देव का 13 फरवरी को कुंभ राशि में गोचर होगा. जिस समय पर सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, वह सूर्य की कुंभ संक्रांति का क्षण होगा. कुंभ संक्रांति के दिन से सूर्य और शनि की युति कुंभ में बनेगी. कुंभ संक्रांति के अवसर पर स्नान, दान और सूर्य की पूजा का महत्व है. कुंभ संक्रांति से सूर्य कैलेंडर का नया माह कुंभ शुरू हो जाएगा.
सीता अष्टमी 2023: इस साल सीता अष्टमी 13 फरवरी दिन सोमवार को है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को माता सीता का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए हर साल इस तिथि को सीता अष्टमी मनाते हैं.
मासिक कालाष्टमी 2023: फाल्गुन माह की मासिक कालाष्टमी 13 फरवरी को है. इस दिन काल भैरव की पूजा की जाती है.
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