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आज है रवि प्रदोष, जानें कब है अमावस्या, शिवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, रमजान? देखें 19 से 25 मार्च के व्रत-त्योहार

चैत्र की मासिक शिवरात्रि 20 मार्च सोमवार को है.

चैत्र की मासिक शिवरात्रि 20 मार्च सोमवार को है.

march 2023 vrat tyohar: इस सप्ताह में मासिक शिवरात्रि, चैत्र अमावस्या, चैत्र नवरात्रि, कलश स्थापना, हिंदू नववर्ष की शुर ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष का है.
सोमवार के दिन शिवरात्रि का होना बहुत ही फलदायी माना जाता है.

आज 19 मार्च से इस माह का नया सप्ताह प्रारंभ हो रहा है. यह सप्ताह 19 मार्च से 25 मार्च तक है. आज रवि प्रदोष व्रत है, यह चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत है. इस सप्ताह में मासिक शिवरात्रि, चैत्र अमावस्या, चैत्र नवरात्रि, कलश स्थापना, हिंदू नववर्ष की शुरुआत, गुड़ी पड़वा, विनायक चतुर्थी जैसे व्रत और त्योहार आने वाले हैं. इस सप्ताह में चैत्र नवरात्रि के साथ ही रमजान का पवित्र महीना भी शुरु हो रहा है. इस सप्ताह में नवरात्रि के शुरुआत 4 दिन शामिल हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि ये व्रत और त्योहार मार्च में कब और किस दिन हैं?

मार्च 2023 चौथे सप्ताह के व्रत और त्योहार
19 मार्च, रविवार: रवि प्रदोष व्रत या चैत्र प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत: चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष का है. रवि प्रदोष व्रत करने और शिव पूजा करने से आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन शाम को भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं. प्रदोष व्रत हर माह के त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है.

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20 मार्च, सोमवार: चैत्र मासिक शिवरात्रि
मासिक शिवरात्रि: चैत्र की मासिक शिवरात्रि सोमवार को है. सोमवार का दिन भी शिव पूजा के लिए होता है. ऐसे में सोमवार के दिन शिवरात्रि का होना बहुत ही फलदायी माना जाता है. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि व्रत रखा जाता है. इस दिन निशिता मुहूर्त में शिव पूजा करते हैं.

21 मार्च, मंगलवार: चैत्र अमावस्या, भौमवती अमावस्या
चैत्र अमावस्या: चैत्र अमावस्या या भौमवती अमावस्या चैत्र के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को है. इस दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं. कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय भी अमावस्या को किया जाता है.

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22 मार्च, बुधवार: हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080 की शुरुआत, चैत्र नवरात्रि प्रारंभ, कलश स्थापना, मां शैलपुत्री की पूजा, गुड़ी पड़वा, रमजान
हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का प्रारंभ होता है. इसे गुड़ी पड़वा भी कहते हैं. इस साल 22 मार्च से हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080 का प्रारंभ हो रहा है.

चैत्र नवरात्रि 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से होती है. इस दिन सबसे पहले कलश स्थापना करते हैं, उसके बाद मां दुर्गा के प्रथम अवतार मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं. इस बार मां दुर्गा का आगमन नौका पर हो रहा है. इस साल चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिनों की है.

रमजान 2023: इस साल चैत्र नवरात्रि के ​साथ 22 मार्च से रमजान का पवित्र माह भी शुरु हो रहा है. रमजान में रोजा रखा जाता है और खुदा की इबादत की जाती है. रमजान का पहल रोजा 23 मार्च का रखा जाएगा.

23 मार्च, गुरुवार: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा

24 मार्च, शुक्रवार: मां चंद्रघंटा की पूजा

25 मार्च, शनिवार: मां कूष्माण्डा की पूजा, चैत्र विनायक चतुर्थी
चैत्र विनायक चतुर्थी 2023: चैत्र की विनायक चतुर्थी 24 मार्च को है. इस दिन व्रत रखते हैं और गणेश जी की पूजा करते हैं. हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी होती है. इस दिन चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है और मां कूष्माण्डा की पूजा होगी. विनायक चतुर्थी में चंद्रमा का दर्शन वर्जित है.

Tags: Chaitra Navratri, Dharma Aastha, Ramadan

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