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चैत्र नवरात्रि 2023: मां दुर्गा के श्रृंगार के लिए ज़रूरी हैं 7 चीजें, गलती से भी न भूलें, बनी रहेगी कृपा

मां दुर्गा के श्रृंगार के लिए ज़रूरी चीजें. Image-canva

मां दुर्गा के श्रृंगार के लिए ज़रूरी चीजें. Image-canva

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि के दौरान 9 दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस दौरान म ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है.
नवरात्रि के दौरान विभिन्न चीजों से मां का सोलह श्रृंगार किया जाता है.

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के श्रृंगार का भी विशेष महत्व माना जाता है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों का विधिपूर्वक पूजन किया जाता है और इस दौरान माता से सुख-शांति एवं समृद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता है. नवरात्रि हिंदू धर्म के मुख्य त्यौहारों में से एक है और चैत्र नवरात्रि के दौरान माता के भक्त नौ दिनों तक उपवास का पालन भी करते हैं. कई घरों में माता मूर्ति रूप में विराजित होती हैं और नौ दिनों के दौरान उनका सोलह श्रृंगार भी किया जाता है. माता के श्रृंगार के दौरान कुछ जरूरी चीजों का होना आवश्यक होता है.
मां दुर्गा का हर दिन अलग-अलग वस्त्रों के साथ श्रृंगार किया जाता है. हालांकि कुछ चीजें श्रृंगार में होना बेहद जरूरी होता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल मां दुर्गा के श्रृंगार का महत्व बताते हैं. आइए जानते हैं माता के श्रृंगार में किन चीजों का होना जरूरी होता है.

माता के श्रृंगार के लिए जरूरी चीजें

मेहंदी – मां दुर्गा को मेहंदी अतिप्रिय मानी जाती है, इसलिए उनके श्रृंगार के दौरान मेहंदी का प्रयोग किया जाना आवश्यक होता है. मेहंदी को खुशियों का प्रतीक भी माना जाता है. यही वजह है कि विवाहित महिला भी मेहंदी लगाती है.

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चूड़ी, बिंदिया – हिंदू धर्म में किसी भी सुहागिन महिला के लिए चूड़ी और बिंदिया को धारण करना आवश्यक होता है. चैत्र नवरात्रि में माता के श्रृंगार के लिए भी लाल रंग की चूड़ी और लाल रंग की बिंदिया का श्रृंगार में उपयोग किया जाता है.

काजल – मां दुर्गा के सोलह श्रृंगार में काजल भी एक महत्वपूर्ण चीज मानी जाती है. आपने अगर मां दुर्गा की घटस्थापना की है तो उनके श्रृंगार के दौरान काजल का प्रयोग भी आवश्यक तौर पर किया जाना चाहिए.

पायल, झुमके – मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का श्रृंगार करते समय उन्हें पायल और झुमके भी अर्पित किए जाते हैं. मान्यता है कि इन चीजों को चढ़ाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों के जीवन में सुख-शांति आती है.

मंगलसूत्र – किसी भी विवाहित स्त्री के जीवन में मंगलसूत्र का विशेष महत्व होता है. विवाह के दौरान पति के द्वारा मंगलसूत्र पत्नी को पहनाया जाता है. माता दुर्गा के श्रृंगार के दौरान उन्हें भी मंगलसूत्र चढ़ाया जाता है. ताकि मां का आशीर्वाद बना रहे.

लाल चुनरी – मां दुर्गा को वस्त्रों में लाल चुनरी विशेष प्रिय मानी जाती है. ऐसे में उनका सोलह श्रृंगार करते वक्त लाल चुनरी को चढ़ाना काफी शुभ माना जाता है. मां दुर्गा भक्तों पर प्रसन्न हो जाएं तो उनके सारे कष्टों को दूर कर देती हैं.

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नथ, बाजूबंद – माता रानी को प्रसन्न करने के लिए उनके श्रृंगार के दौरान नथ और बाजूबंद भी चढ़ाए जाते हैं. इसके अलावा सोलह श्रृंगार में गजरा, झुमके, बिछुआ, कमरबंद आदि भी अर्पित की जाती हैं. मां का सोलह श्रृंगार नियमित करने से घर में सुख-शांति स्थापित होने लगती है.

Tags: Chaitra Navratri, Religion

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