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क्यों मनाते हैं चैत्र नवरात्रि? जान लें मां दुर्गा के 9 स्वरूप से मिलने वाले 9 वरदान, खुशियों से भर जाएगा जीवन

चैत्र नवरात्रि में नवदुर्गा की पूजा करने से 9 वरदान प्राप्त होते हैं.

चैत्र नवरात्रि में नवदुर्गा की पूजा करने से 9 वरदान प्राप्त होते हैं.

Chaitra Navratri 2023 History: इस साल 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ है. चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अवतारों ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

चैत्र नवरात्रि का व्रत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरु होता है.
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल नवमी तिथि तक मां शैलपुत्री से लेकर मां सिद्धिदात्री तक की पूजा होती है.

चैत्र नवरात्रि का व्रत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरु होता है. इस साल 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ है. चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अवतारों की पूजा की जाती है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल नवमी तिथि तक मां शैलपुत्री से लेकर मां सिद्धिदात्री तक की पूजा होती है. नवदुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति को 9 वरदान या आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि क्यों मनाते हैं और नवदुर्गा की पूजा करने से कौन से आशीर्वाद प्राप्त होते हैं?

चैत्र नवरात्रि क्यों मनाते हैं?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार रंभासुर के बेटे महिषासुर ने अपने कठोर तप से ब्रह्म देव को प्रसन्न कर दिया और उनसे अमरता का वरदान मांग बैठा. ब्रह्म देव ने कहा कि जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु निश्चित है. तुम अमरत्व के अलावा कुछ भी मांग सकते हो. काफी सोचने के बाद महिषासुर ने ब्रह्म देव से कहा कि उसका वध केवल स्त्री के हाथों ही हो सके. वह स्त्री को निर्बल और असहाय समझता था, इस वजह से उसने यह वरदान मांगा ताकि कोई स्त्री उसे मार नहीं पाएगी और वह अमर हो जाएगा.

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महिषासुर ने तीनों लोकों पर अपना अधिकार कर लिया. देवी, देवता, ऋषि, मुनि, गंधर्व, मनुष्य सब उससे परेशान हो गए थे. तभी सभी देवताओं ने आदिशक्ति मां जगदंबा का आह्वान किया. वे चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को प्रकट हुईं और उन्होंने प्रतिपदा से लेकर नवमी तक एक-एक करके अपने 9 स्वरुपों को प्रकट किया. तब सभी देवताओं ने उन देवियों को अपने अस्त्र और शस्त्र से सुसज्जित किया. मातारानी के 9 स्वरुप नवदुर्गा के नाम से प्रसिद्ध हैं. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नवदुर्गा की उत्पत्ति हुई, इसलिए चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों में नवदुर्गा की पूजा की जाती है.

चैत्र नवरात्रि 2023 नवदुर्गा के 9 वरदान
1. मां शैलपुत्री: शैलपुत्री की पूजा से चंद्र दोष दूर होता है और सुख-समृद्धि मिलती है.

2. मां ब्रह्मचारिणी: देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से दृढ़ निश्चय, वैराग्य, ब्रह्मचर्य जैसे गुणों में वृद्धि होती है. मंगल दोष दूर होगा.

3. मां चंद्रघंटा: देवी चंद्रघंटा की कृपा से व्यक्ति का साहस और पराक्रम बढ़ता है. शुक्र दोष खत्म होता है.

4. मां कूष्माण्डा: देवी कूष्माण्डा की पूजा करने से सूर्य दोष खत्म होगा. लंबी आयु तथा प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है.

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5. मां स्कंदमाता: देवी स्कंदमाता के आशीष से बुध दोष दूर होगा और सभी सुख प्राप्त होगा.

6. मां कात्यायनी: देवी कात्यायनी की पूजा से गुरु दोष खत्म होता है और व्यक्ति को शक्ति का वरदान मिलता है.

7. मां कालरात्रि: देवी कालरात्रि की कृपा से शनि दोष दूर होगा और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.

8. मां महागौरी: देवी महागौरी के आशीर्वाद से राहु दोष दूर होता है. सुख, समृद्धि, उत्तम सेहत आदि प्राप्त होता है.

9. मां सिद्धिदात्री: देवी सिद्धिदात्री की पूजा से केतु दोष दूर होगा और सभी सिद्धियां भी मिलती हैं.

Tags: Chaitra Navratri, Dharma Aastha

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