रिपोर्ट : विशाल झा
गाज़ियाबाद : नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग 9 स्वरूपों की पूजा विधि विधान से की जाती है. देवी मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. कई मंदिरों में नवरात्रि मेले का भी आयोजन किया गया है. इस महापर्व News 18 Local आपके लिए लाया है कहानी उस दरबार की जहां वर्षो से अखंड ज्योती जल रही है. ये ज्योती कभी भी बुझती नहीं है.
मंदिर के सदस्य श्याम वर्मा ने बताया कि नवरात्रि के दौरान दरबार में भक्तों की भीड़ का तांता लगा रहता है. मां ज्वाला के सिद्ध पीठ से ज्योति लेकर आते हैं. जो नवरात्रों के दौरान जलाई जाती है. इस मंदिर में देवियों के नौ रूप की पूजा की जाती है और नवरात्र मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें भजन मंडली भक्तों को माता की कथाएं सुनाती है.
वर्षों से जल रही अखंड ज्योति
ज्वाला ज्योती के अलावा मंदिर में अखंड ज्योती जलती रहती है. अखंड ज्योति के बारे में कहा जाता है कि यह वर्षों से चल रही है. मंदिर प्रशासन की तरफ से दो से तीन बार रोजाना इस ज्योति को जलाया जाता है. जिसमें करीब आधा किलो घी लग जाता है.
माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़
नवरात्रि पर मां का दरबार सजाया गया है. जहां हजारों की संख्या में भक्त देश के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंचकर मां का दर्शन पूजन कर रहे हैं. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारा भी किया जाता है. नवरात्रों के दौरान प्रतिदिन मंदिर में हवन होता है. लेकिन अष्टमी पर भव्य हवन होता है, जिसमें हजारों भक्त शामिल होते हैं. यूं तो मां दुर्गा की यहां पर मुख्य रूप से पूजा होती है. लेकिन मंदिर में मां वैष्णो की मुख्य प्रतिमा मौजूद है.
नवरात्रों के दौरान दर्शन करने वाला जाता है स्वर्ग
मंदिर की पुरानी मान्यताएं है कि अखंड ज्योति और ज्वाला ज्योति जलने से दरबार की शक्ति बढ़ जाती है. मंदिर के पुराने महंत की मृत्यु से पहले भी मां ने दर्शन दिए थे और उन्हें कहा था कि तुम्हें स्वर्ग नसीब होगा. महंत ने नवरात्रों के दौरान ही अपने प्राण त्यागे थे. तब से नवरात्रों के दौरान यहां पर भक्त मां की शरण में आते हैं.
नोट : News 18 Local किसी भी मान्यताएं और दावों की पुष्टि नहीं करता है.
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