होम /न्यूज /धर्म /मन की शांति के लिए इन 4 मंत्रों का करें जाप, नहीं होगी डिप्रेशन की समस्या

मन की शांति के लिए इन 4 मंत्रों का करें जाप, नहीं होगी डिप्रेशन की समस्या

कुछ ऐसे मंत्र होते हैं जो आपके मन को शांति प्रदान करने के साथ-साथ आपको स्वस्थ भी रखते हैं. Image-shutterstock.com

कुछ ऐसे मंत्र होते हैं जो आपके मन को शांति प्रदान करने के साथ-साथ आपको स्वस्थ भी रखते हैं. Image-shutterstock.com

मन को शांत रखने के लिए मेडिटेशन (Meditation) के साथ साथ कुछ खास मंत्रों का जाप किया जा सकता है. इन मंत्रों में इतनी शक् ...अधिक पढ़ें

    देशभर में कोरोना (Corona) के कहर से लोग परेशान हैं. जहां कई लाख लोग इसकी चपेट में हैं वहीं कुछ लोग इसके चलते स्ट्रेस में भी नजर आ रही हैं. इसकी वजह से अधिकतर लोग एंग्जाइटी (Anxiety) और घबराहट जैसी समस्या का भी सामना कर रहे हैं. कई राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया है. इसके अलावा लोगों से ट्रिपल लेयर का मास्क पहनने, हाथों को बार-बार सैनिटाइज करने और सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने के लिए कहा जा रहा है. पिछले साल लगातार घरों में रहने की वजह से अधिकतर लोगों को एंग्जाइटी और डिप्रेशन (Depression) का सामना करना पड़ा थी. ऐसी स्थिति दोबारा न पैदा हो, इसके लिए मन को शांत रखना बहुत ही जरूरी है.

    आपको बता दें कि मन को शांत रखन के लिए मेडिटेशन के साथ साथ कुछ खास मंत्रों का जाप किया जा सकता है. इन मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि यह न सिर्फ आपके मन को शांत रख सकते हैं बल्कि स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं. वहीं ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इन मंत्रों का जाप करने से कई और फायदे हो सकते हैं. आइए जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र.

    इसे भी पढ़ेंः भगवान शिव ने किया था विष्णु जी के पुत्रों का वध, जानें पौराणिक कथा

    शिव मंत्र का करें जाप
    कुछ ऐसे मंत्र होते हैं जो आपके मन को शांति प्रदान करने के साथ-साथ आपको स्वस्थ भी रखते हैं. साथ ही आपका मनोबल भी बढ़ाते हैं. उन्हीं में से एक है शिव मंत्र ”ऊँ नमः शिवाय”. यह मंत्र भगवान शिव का बहुत ही सरल व प्रभावी मंत्र है. इसे रुद्राक्ष की माला से जपने से भगवान शिव बहुत अधिक प्रसन्न होते हैं. रुद्राक्ष की माला लेकर 108 बार इस मंत्र का जाप करें. आप सुबह या शाम कभी भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं. भगवान शिव का ध्यान करने से आपको न सिर्फ शांति मिलती है बल्कि सारे कष्ट भी दूर हो जाते हैं. मन को शांत करने के लिए आप भगवान शिव का नाम लें उनके मंत्र का जाप करें. तनाव से निपटने के लिए यह एक कारगर तरीका माना जाता है.

    गायत्री मंत्र का करें जाप
    चारों वेदों में गायत्री मंत्र का उल्लेख किया गया है. मेडिटेशन करने वाले ज्यादातर इस मंत्र का जाप करते हैं. ‘ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्- इस मंत्र के ऋषि विश्वामित्र हैं और देवता सविता हैं. माना जाता है कि इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि नियमित तीन बार इसका जाप करने वाले व्यक्ति के आसपास नकारात्मक शक्तियां और ऊपरी बाधाएं नहीं फटकती हैं. गायत्री मंत्र का जप सूर्योदय से दो घंटे पूर्व से लेकर सूर्यास्त से एक घंटे बाद तक किया जा सकता है. मौन मानसिक जाप कभी भी कर सकते हैं लेकिन रात्रि में इस मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए.

    भगवान विष्णु का आमोघ मंत्र
    मन को शांत करने और तनाव को दूर करने के लिए आप भगवान विष्णु के ”ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कर सकते हैं. यह द्वादश अक्षर मंत्र भगवान विष्णु का अमोघ मंत्र है. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि इस मंत्र का जाप करने से पित्र दोष से भी राहत मिलती है. इस मंत्र का जाप सूर्यास्त से पहले करने पर लाभ मिलता है. धर्मशास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु जगत के पालनहार हैं. भगवान विष्णु का स्वरूप शांत और आंनदमयी है. इसलिए मन को शांत करने के लिए इस मंत्र का जाप जरूर करें.

    इसे भी पढ़ेंः इन दो वृक्षों की पूजा कर भगवान विष्णु को करें खुश, विवाह और धन से जुड़ी समस्याएं होंगी दूर

    गणेश गायत्री मंत्र का जाप
    मन की शांति के लिए रोजाना 108 बार ”ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात” का जाप करें. भगवान गणेश के भक्त इस मंत्र का जाप हर बुधवार को कर सकते हैं, लेकिन मन की शांति के लिए आप इस मंत्र का जाप सुबह या शाम में किसी भी समय कर सकते हैं. मान्यता है कि 11 दिन तक शांत मन से इस मंत्र का जाप करने से भगवान गणेश सभी मनोकामना पूरी करते हैं. वहीं तनाव से छुटकारा पाने के लिए भी इस मंत्र का जाप किया जा सकता है..(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

    Tags: Religion

    टॉप स्टोरीज
    अधिक पढ़ें