होम /न्यूज /धर्म /सर्वार्थ सिद्धि योग में जया एकादशी व्रत, इस दिन है भद्रा का साया, जान लें कैसे होगी पूजा

सर्वार्थ सिद्धि योग में जया एकादशी व्रत, इस दिन है भद्रा का साया, जान लें कैसे होगी पूजा

जया एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग समेत 3 योग बन रहे हैं.

जया एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग समेत 3 योग बन रहे हैं.

जया एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग समेत 3 योग बन रहे हैं, लेकिन इस दिन भद्रा का भी साया है. 01 फरवरी को सुबह में सर् ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

जया एकादशी व्रत 01 फरवरी दिन बुधवार को है.
जया एकादशी व्रत वाले दिन भद्रा सुबह 07:10 बजे से शुरू हो रही है.

इस साल 2023 में जया एकादशी व्रत 01 फरवरी दिन बुधवार को है. जया एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग समेत 3 योग बन रहे हैं, लेकिन इस दिन भद्रा का भी साया है. 01 फरवरी को सुबह में सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही भद्रा भी लग जा रही है. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी के अनुसार, यह स्वर्ग की भद्रा है, इसका वास स्वर्ग में है, इस वजह से इसका दुष्प्रभाव पृथ्वी लोक पर नहीं होगा. जया एकादशी व्रत वाले दिन भद्रा सुबह 07:10 बजे से शुरू होकर दोपहर 02:01 बजे तक रहेगी. इस समय में पूजा पाठ, व्रत, दान आदि पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा.

बने हैं सर्वार्थ सिद्धि योग समेत 3 योग
01 फरवरी को जया एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, इंद्र योग और वैधृति योग है. इंद्र योग प्रात:काल से लेकर सुबह 11:30 बजे तक है, वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07:10 बजे से लेकर पारण वाले दिन प्रात: 03:23 बजे तक है.

यह भी पढ़ें: कब है जया एकादशी व्रत, पिशाच योनि से मिलती है मुक्ति, जान लें पूजा मुहूर्त

सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा पाठ, स्नान, दान, मंत्र जाप आदि करना उत्तम है क्योंकि इस योग में किए गए कर्मों के फल निश्चित ही प्राप्त होते हैं. इस योग के नाम से ही आप जान सकते हैं कि यह सभी प्रकार के शुभ कर्मों में सफलता प्रदान करने वाला योग है.

इंद्र योग भी बड़ा ही शुभ माना गया है. इंद्र योग में व्यक्ति को मान-सम्मान प्राप्त होता है, इसमें आप मांगलिक कार्यों के शुभ फल प्राप्त करते हैं.

जया एकादशी व्रत मुहूर्त 2023
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ शुक्ल एकादशी को जया एकादशी व्रत रखते हैं.
माघ शुक्ल एकादशी ति​थि की शुरूआत: 31 जनवरी, मंगलवार, सुबह 11 बजकर 55 मिनट से
माघ शुक्ल एकादशी ति​थि की समाप्ति: 01 फरवरी, बुधवार, दोपहर 02 बजकर 01 मिनट पर
व्रत पारण का समय: 02 फरवरी, सुबह 07:09 बजे से सुबह 09:19 बजे तक

यह भी पढ़ें: राहुकाल में न करें 5 काम, सफलता मिलनी हो जाएगी मुश्किल, लेकिन है इसका तोड़ भी

राहुकाल में न करें शुभ कार्य
व्रत वाले दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से दोपहर 01 बजकर 56 मिनट तक है. राहुकाल के समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं और न ही इसमें यात्रा प्रारंभ करते हैं.

जया एकादशी व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जया एकादशी व्रत करने और भगवान विष्णु की पूजा करने से पाप नष्ट होते हैं, पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा के समय जया एकादशी व्रत कथा सुनना चाहिए. इससे व्रत का पुण्य प्राप्त होता है.

Tags: Dharma Aastha, Lord vishnu

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें