माघ पूर्णिमा पर विधिपूर्वक स्नान, दान और पूजा करने से अक्षय पुण्य मिलता है.
आज 05 फरवरी को माघ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. माघ पूर्णिमा स्नान और दान के साथ ही पूजा पाठ के लिए महत्वपूर्ण होती है. आज माघ पूर्णिमा के दिन आयुष्मान योग के साथ चार शुभ योग बने हैं, जिनमें रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी हैं माघ पूर्णिमा पर गंगा या तीर्थ स्नान करते हैं, लेकिन इस दिन घर पर भी विधिपूर्वक स्नान दान से भगवान विष्णु का आशीर्वाद और पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं. आज स्नान, दान, पूजा पाठ करने से सुख समृद्धि के साथ ही संतान की भी प्राप्ति होती है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं माघ पूर्णिमा के मुहूर्त, स्नान, दान और पूजा विधि के बारे में.
माघ पूर्णिमा 2023 मुहूर्त और शुभ योग
माघ पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: 04 फरवरी, रात 09 बजका 29 मिनट से
माघ पूर्णिमा तिथि का समापन: 05 फरवरी, रात 11:58 बजे पर
आयुष्मान योग: आज प्रात:काल से लेकर दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक
सौभाग्य योग: आज दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से कल दोपहर 03:26 बजे तक
रवि पुष्य योग: आज सुबह 07:07 बजे से दोपहर 12:13 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज सुबह 07 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक
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माघ पूर्णिमा 2023 स्नान-दान और पूजा विधि
1. आज प्रात: नित्यकर्म से मुक्त होने के बाद स्नान करें. जो लोग तीर्थ स्नान या प्रयाग के संगम में स्नान करेंगे, वे अक्षय पुण्य के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
2. घर पर स्नान करने के लिए पानी में गंगाजल और लाल चंदन या केसर मिला लें. रविवार का दिन सूर्य देव का है, इसलिए केसर या लाल चंदन का उपयोग अच्छा है. फिर स्नान करें.
3. स्नान के बाद सबसे पहले सूर्य देव को लाल फूल, लाल चंदन, गुड़ मिल हुए जल से अर्घ्य दें. रवि पुष्य योग में ऐसा करने से सूर्य मजबूत होंगे, कार्य में सफलता मिलेगी. धन, वंश में वृद्धि होगी.
4. उसके बाद पितरों को जल अर्पण करें. इससे पितर प्रसन्न होंगे और आपके सुखी जीवन के लिए आशीर्वाद देंगे.
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5. अब आप सत्यनारायण भगवान की पूजा करें और उनकी कथा सुनें. भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा और आरती करें.
6. स्नान और पूजा के बाद दान करें. गेहूं, गुड़, चावल, खीर, शक्कर आदि का दान अपनी क्षमता के अनुसार दान करें. इतना कर देने से आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होगी. पितर देव, सूर्य देव और चंद्र देव की कृपा आप पर रहेगी.
7. माघ पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा विधि विधान से करें और उनको खीर का भोग लगाएं. उसके बाद चंद्रमा को दूध, जल, अक्षत् और सफेद फूल से अर्घ्य दें.
माघ पूर्णिमा के दिन इस विधि से स्नान, दान और पूजा पाट करने से पुण्य, धन, सुख, समृद्धि की प्राप्ति होगी. रवि पुष्य योग में आप उन्नति के लिए सोना, वाहन, मकान आदि की खरीदारी कर सकते हैं.
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