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Masik Shivratri 2020: मासिक शिवरात्रि आज, जानें महत्व, पढ़ें व्रत कथा

प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें (photo credit: instagram/sandeepsagar1313)

प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें (photo credit: instagram/sandeepsagar1313)

Masik Shivratri 2020: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवरात्रि के दिन आधी रात में भगवान शिव लिङ्ग के रूप में उत्पन्न हुए ...अधिक पढ़ें

    Masik Shivratri 2020: आज मार्गशीष मास यानी कि अगहन की मासिक शिवरात्रि है. मासिक शिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए बेहद ख़ास है. भक्त आज शिवलिंग पर दूध, जल और बेलपत्र चढ़ाएंगे. हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहा हाता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्त्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवरात्रि के दिन आधी रात में भगवान शिव लिङ्ग के रूप में उत्पन्न हुए थे. भगवान विष्णु और ब्रह्माजी ने सबसे पहली बार मासिक शिवरात्रि के दिन शिव लिङ्ग की आराधना की थी. भोले शंकर भगवान शिव सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान माने जाते हैं. आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि की कथा और महत्त्व.

    मासिक शिवरात्रि की व्रत कथा:

    पौराणिक कथाओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, शिव जी महाशिवरात्रि के दिन मध्य रात्रि के समय शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे. उनके शिवलिंग में प्रकट होने के बाद सबसे पहले उनकी पूजा भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु ने की थी. तब से लेकर आज तक इसी दिन भगवान शिव का जन्मदिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. पुराणों में भी शिवरात्रि पर किए जाने ल्रत का जिक्र किया गया है. शास्त्रों के अनुसार, माता लक्ष्मी, मां सरस्वती, गायत्री, सीता, पार्वती जैसे देवियों ने भी अपने जीवन के उद्धार के लिए शिवरात्रि का व्रत किया था. मासिक शिवरात्रि से सुख और शांति प्राप्त होती है. माना जाता है कि यह व्रत संतान प्राप्ति, रोगों से मुक्ति पाने के लिए भी किया जाता है.

    मासिक शिवरात्रि का महत्व:
    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने और व्रत रखने वालों जातकों पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और उनकी सभी मुरादें पूरी होती हैं. मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत रखने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है और बीमारियों से मुक्ति भी मिलती है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

    Tags: Religion, Shiv ji

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