Phulera Dooj 2021 Date: फुलेरा दूज कब है? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त एवं महत्व

फुलेरा दूज कब है? जानें (credit: instagram/supporttemplefolks)
Phulera Dooj 2021 Date Shubh Muhurat Significance- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण पवित्र होली के त्योहार में भाग लेते हैं और रंगों की जगह रंग-बिरंगे फूलों से होली खेलते हैं. यह त्योहार लोगों के जीवन में ख़ुशी और उमंग लेकर आता है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 4, 2021, 6:29 PM IST
Phulera Dooj 2021 Date Shubh Muhurat Significance- फुलेरा दूज (Phulera Dooj) 15 मार्च को मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ये त्योहार फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. फुलैरा दूज को फाल्गुन मास में सबसे शुभ और धार्मिक दिन माना जाता है. फुलेरा दूज के समय को काफी मांगलिक माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण पवित्र होली के त्योहार में भाग लेते हैं और रंगों की जगह रंग-बिरंगे फूलों से होली खेलते हैं. यह त्योहार लोगों के जीवन में ख़ुशी और उमंग लेकर आता है.
फुलेरा दूज का शुभ मुहूर्त:
15 मार्च 2021, सोमवार
द्वितीया तिथि प्रारंभ- 14 मार्च, रविवार शाम 5 बजकर 10 मिनट सेद्वितीया तिथि समाप्त- 15 मार्च, सोमवार शाम 6 बजकर 50 मिनट तक
फुलेरा दूज का महत्व:
हिंदू धर्म में अमूमन लोग शादी विवाह से पहले शुभ मुहूर्त विचारना अनिवार्य मानते हैं. बिना किसी मुहूर्त के शादी करना शुभ नहीं माना जाता है. लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फुलैरा दूज एक ऐसी तिथि है, जब दिन के 24 घंटे समय मंगल रहता है और इस वक्त में सभी मांगलिक कार्य पूर्ण किए जा सकते हैं.
कैसे मनाते हैं फुलेरा दूज:
फुलैरा दूज के दिन लोग अपने पूजाघर में भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं. इसके बाद उन्हें होली पर खेला जाने वाला गुलाल अर्पित किया जाता है. इस दिन लोग राधा और कृष्ण की मूर्ति को फूलों से सजाते हैं और कई घरों में फूलों से मनमोहक रंगोली भी बनाई जाती है.
फुलैरा दूज का त्योहार उत्तर भारत के कुछ इलाकों में काफी जोर शोर से मनाया जाता है. इस दिन ब्रजभूमि और मथुरा में भी मंदिरों को फूलों के साथ बहुत खूबसूरती के साथ मनाया जाता है. पूरे दिन मंदिरों में भगवान कृष्ण के भजन कीर्तन चलते हैं. ब्रजभूमि और मथुरा के कुछ विशेष स्थानों पर फुलैरा दूज से होली प्रारंभ हो जाती है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
फुलेरा दूज का शुभ मुहूर्त:
15 मार्च 2021, सोमवार
फुलेरा दूज का महत्व:
हिंदू धर्म में अमूमन लोग शादी विवाह से पहले शुभ मुहूर्त विचारना अनिवार्य मानते हैं. बिना किसी मुहूर्त के शादी करना शुभ नहीं माना जाता है. लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फुलैरा दूज एक ऐसी तिथि है, जब दिन के 24 घंटे समय मंगल रहता है और इस वक्त में सभी मांगलिक कार्य पूर्ण किए जा सकते हैं.
कैसे मनाते हैं फुलेरा दूज:
फुलैरा दूज के दिन लोग अपने पूजाघर में भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं. इसके बाद उन्हें होली पर खेला जाने वाला गुलाल अर्पित किया जाता है. इस दिन लोग राधा और कृष्ण की मूर्ति को फूलों से सजाते हैं और कई घरों में फूलों से मनमोहक रंगोली भी बनाई जाती है.
फुलैरा दूज का त्योहार उत्तर भारत के कुछ इलाकों में काफी जोर शोर से मनाया जाता है. इस दिन ब्रजभूमि और मथुरा में भी मंदिरों को फूलों के साथ बहुत खूबसूरती के साथ मनाया जाता है. पूरे दिन मंदिरों में भगवान कृष्ण के भजन कीर्तन चलते हैं. ब्रजभूमि और मथुरा के कुछ विशेष स्थानों पर फुलैरा दूज से होली प्रारंभ हो जाती है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)