रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी (Ram Navami 2023) का महाउत्सव मनाया जाता है. इस साल 30 मार्च को यह पर्व मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन ही भगवान विष्णु के अवतार प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था. इस बार राम नवमी पर कई ग्रहों का अद्भुत महासंयोग बन रहा है.काशी के विद्वान पंडित संजय उपाध्यय के मुताबिक, रामनवमी पर हंस राज योग, पंच महापुरुष योग, बुधादित्य योग के साथ भंग राज योग बन रहा है. जिसमें पूजा करने से न सिर्फ भगवान राम का आशीर्वाद मिलेगा बल्कि भक्तों की हर मनोकामना भी पूर्ण होगी.
काशी के विद्वान और ज्योतिषविद पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस बार राम नवमी पर बृहस्पति, सूर्य और बुध एक साथ मीन राशि में है. बुध और बृहस्पति के मीन राशि में होने के कारण भंग राज योग बन रहा है, तो दूसरे तरह गुरु हंस राज योग बना रहे हैं. इसके अलावा सूर्य और बुध की युति बुधादित्य योग बना रही है.
इस समय में पूजा बेहद शुभकारी
ऐसे में ग्रहों के इन महासंयोग के बीच भगवान राम की पूजा से भक्तों की हर मुराद पूरी होगी. पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि नवमी के दिन कर्क लग्न में भगवान राम का जन्म हुआ था. 30 मार्च को 12 बजकर 24 मिनट में कर्क लग्न लगेगा. उस वक्त बृहस्पति, बुध और सूर्य की स्थिति नौवें स्थान में होगी. इसके बाद का समय पूजा के लिए बेहद शुभकारी होगा. उस समय पूजा से भगवान राम का आशीर्वाद भक्तों को मिलेगा.
Mahashtami 2023: महाअष्टमी पर 700 सालों बाद बन रहा अद्भुत संयोग, इन 4 राशि वालों की चमकेगी किस्मत
गंगा स्नान और दान भी फलदायी
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का भी विशेष फलदायी होता है. ऐसे में सुबह स्नान के बाद गरीब और असहाय लोगों की मदद भी लोगों को करनी चाहिए. संजय उपाध्याय के मुताबिक, रामनवमी के ये अद्भुत महासंयोग देश में खुशहाली लाएगी. इसके साथ व्यपारियों और किसानों के लिए अच्छा समय भी शुरू हो जाएगा.
.
Tags: Dharma Aastha, Lord Ram, Ram Navami, Varanasi news