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Ram Navami 2023: रामनवमी पर यहां मंदिर से चले जाते हैं हनुमान, 200 साल से चली आ रही परंपरा

रामटेकरी हनुमान जी की मूर्ति

रामटेकरी हनुमान जी की मूर्ति

इस परंपरा के पीछे खास मान्यता है कि रामनवमी पर श्रीराम के जन्म के समय हनुमान जी प्रभु राम के समक्ष नहीं रहते और इसी वजह ...अधिक पढ़ें

सौरभ तिवारी

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का रतनपुर ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी है. यह लगभग 800 वर्षों तक दक्षिण कौशल छत्तीसगढ़ की राजधानी रही है. यहां के राजाओं ने अपने शासन काल में प्रजा को सुखी एवं संपन्न बनाने के लिए विभिन्न आस्तिक कार्य एवं परंपराएं शुरू की. इनमें से मराठा शासन की कुछ परंपराए आज भी यहां चली आ रही है.

यहां के महाकवि महामाया भक्त बाबू रेवाराम के द्वारा रचित एवं अभिनित रतनपुरिहा गुटका भजन, बसंत ऋतु में गाए जाने वाले बासंती एवं होली गीत, नवरात्रि में गाए जाने वाले माता सेवा भजन आदि यहां की देन हैं और इसकी अलग ही गायन शैली है. इन गीतों में और परंपराओं में आज भी सैकड़ों वर्ष पुराने कला की झलक दिखाई देती है.

चली आ रही 200 साल पुरानी परंपरा

आस्था और परंपरा की बात करें तो इस दृष्टि से रतनपुर बेहद खास है. रामनवमी के अवसर पर रात में यहां करैहापारा से निकाले जाने वाली हनुमान जी की पारंपरिक शोभा यात्रा खास महत्व रखती है. यह शोभा यात्रा लगभग 200 वर्षों से यूं ही हर साल निकाली जाती है.

रामटेकरी रामपंचायतन मंदिर में स्थित हनुमान जी की चंदन काष्ठ से निर्मित मूर्ति को अष्टमी तिथि को करैहापारा के लोगों के द्वारा यहां लाया जाता है. जिसके बाद करैहापारा में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. रामनवमी की रात को हनुमान जी की मूर्ति को पालकी में सजाकर शोभा यात्रा निकाली जाती है. इसको देखने के लिये सिर्फ शहर ही नहीं, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं. पूरे करैहापारा मोहल्ले के जिस मार्ग से यह यात्रा गुजरती है, वहां लोगों की आस्था देखते ही बनती है.

तड़के चार बजे यह शोभा यात्रा रामटेकरी राम मंदिर में समाप्त होती है. यहां हनुमान जी भगवान राम के दर्शन कर वहीं विराजित हो जाते हैं. इस परंपरा के पीछे खास मान्यता है कि रामनवमी पर श्रीराम के जन्म के समय हनुमान जी प्रभु राम के समक्ष नहीं रहते और इसी वजह से हर वर्ष रामनवमी पर रामटेकरी मंदिर से हनुमान जी की शोभायात्रा निकाली जाती है और श्रीराम के जन्म के पश्चात हनुमान जी पुनः मंदिर में विराजमान हो जाते हैं.

(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. न्यूज़ 18 लोकल किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है)

Tags: Bilaspur news, Chhattisgarh news, Lord Ram, Ram Navami

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