Solar Eclipse 2020 Date: सूर्य ग्रहण की तारीख, समय और सूतक काल जानें

Last Solar Eclipse 2020 साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण खंडग्रास है
Last Solar Eclipse 2020 Date: साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा. खंडग्रास सूर्य ग्रहण में ग्रहण सूर्य के केवल हिस्से पर ही लगता है. बाकी हिस्से ग्रहण से अछूते रहते हैं...
- News18Hindi
- Last Updated: December 9, 2020, 12:50 PM IST
Solar Eclipse 2020 Date: साल 2020 के दिसंबर महीने में आखिरी सूर्य ग्रहण (Last Solar Eclipse of 2020) होगा. आपको बता दें कि 14 दिसंबर 2020 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Last Solar Eclipse of 2020) पड़ेगा. 14 दिसंबर 2020 को होने वाला साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Last Solar Eclipse of 2020) साउथ अफ्रीका, साउथ अमेरिका और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. हालांकि भारत में ये सूर्य ग्रहण नजर नहीं आएगा. साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा. खंडग्रास सूर्य ग्रहण में ग्रहण सूर्य के केवल हिस्से पर ही लगता है. बाकी हिस्से ग्रहण से अछूते रहते हैं. आइए जानते हैं ग्रहण का समय और सूतक काल...
सूर्य ग्रहण का समय:
ये सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को शाम 07 बजकर 03 मिनट पर शुरू होगा. फिर 14 दिसंबर और 15 दिसंबर की मध्यरात्रि 12:23 बजे खत्म हो जाएगा. ये सूर्य ग्रहण लगभग 5 घंटे तक चलेगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल:सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले लगता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल में भगवान का मन ही मन ही स्मरण और जाप करना चाहिए. हिंदू पंचांग की गणना के अनुसार, सूर्य ग्रहण ज्येष्ठा नक्षत्र में और वृश्चिक राशि में और लगेगा. यह भी मान्यता है कि ग्रहण काल में प्रेग्नेंट महिलाओं और शिशुओं को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
सूर्य ग्रहण का समय:
ये सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को शाम 07 बजकर 03 मिनट पर शुरू होगा. फिर 14 दिसंबर और 15 दिसंबर की मध्यरात्रि 12:23 बजे खत्म हो जाएगा. ये सूर्य ग्रहण लगभग 5 घंटे तक चलेगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल:सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले लगता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल में भगवान का मन ही मन ही स्मरण और जाप करना चाहिए. हिंदू पंचांग की गणना के अनुसार, सूर्य ग्रहण ज्येष्ठा नक्षत्र में और वृश्चिक राशि में और लगेगा. यह भी मान्यता है कि ग्रहण काल में प्रेग्नेंट महिलाओं और शिशुओं को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)