रिपोर्ट : कृष्ण गोपाल द्विवेदी
बस्ती .धर्मनगरी अयोध्या और बस्ती जनपद का रिश्ता भाई-बहन का है. भगवान राम की बहन शांता देवी का निवास स्थान बस्ती जिले के हरैया तहसील में श्रृंगी नारी नामक धाम में स्थित है. जिसकी महिमा का गुणगान चारों तरफ फैला हुआ है. प्रतिवर्ष यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है और माता शांता की पूजा करते है. मान्यता यह भी है की जो मनोकामना भक्तों द्वारा मांगी जाती हैं वो माता शांता पूरी करती हैं.धर्मनगरी अयोध्या और बस्ती जिले के श्रृंगीरानी धाम का जुड़ाव बेहद ही खास है, क्योंकि श्रृंगीनारी धाम भगवान राम के बहन शांता जी के नाम पर बना हुआ है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार शांता ,राजा दशरथ की पुत्री थी और जब राजा दशरथ को कोई पुत्र नहीं हुआ तो उनकी पुत्री शांता वंश वृद्धि के लिए जंगल में जाकर पूजा करने लगी. वहीं पर उनकी मुलाकात श्रृंगी ऋषि से हुई बाद में दोनों ने शादी कर ली. श्रृंगी नारी धाम की स्थापना श्रृंगी ऋषि ने किया था.
श्रृंगी ऋषि ने कराया था पुत्रेष्टि यज्ञ
त्रेता युग में जब राजा दशरथ को कोई पुत्र नहीं हो रहा था तो महर्षि वशिष्ठ के कहने पर श्रृंगी ऋषि ने बस्ती के मखौड़ा धाम में पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया था. यज्ञ में राजा दशरथ के साथ-साथ उनकी तीनों रानियां कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी शामिल हुईं. भगवान राम के प्राकट्य के लिए शांता जी द्वारा जंगल में कठोर तप किया गया था, देवी शांता की तपस्या और पति श्रृंगी ऋषि के यज्ञ के फलस्वरूप राजा दशरथ के घर राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न सहित चार पुत्रों का जन्म हुआ.
प्रतिदिन लगता है भक्तों का जमावड़ा
श्रृंगी ऋषि द्वारा बनाए गए श्रृंगीनारी धाम में प्रतिदिन हजारों भक्तों का जमावड़ा लगता है. मान्यता है जिस भी व्यक्ति की शादी या उसको पुत्र की प्राप्ति न हो रही हो तो यहां पर पूजन अर्चन करने से श्रद्धालुओ की सभी मनोकामना पूरी होती है.मन्दिर के पुजारी दिनेश पाण्डेय ने बताया कि यह धाम भगवान राम के बहन शांता देवी के नाम पर है जो श्रृंगी ऋषि की अर्धांगिनी थी. यहां पर प्रतिदिन लोकल लोगों के साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के लोग आते है. साथ ही साथ बिहार, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित पूरे देश से लोग दर्शन पूजन के लिए आते है.
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