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Shiva Natraj Significance: भगवान शिव के नटराज रूप के पैरों के नीचे कौन हैं? जानें क्या है इसका अर्थ

शिव का नटराज रूप निर्माण व विनाश दोनों का प्रतीक है., Image- Canva

शिव का नटराज रूप निर्माण व विनाश दोनों का प्रतीक है., Image- Canva

शास्त्रों में भगवान शिव के नटराज का बड़ा महत्व बताया गया है. शिव का नटराज रूप निर्माण व विनाश दोनों को दर्शाता है. शास् ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

शिव का नटराज रूप निर्माण व विनाश दोनों का प्रतीक है.
भगवान शिव के नटराज रूप की चार भुजाएं होती हैं.
नटराज के चारों ओर अग्नि इस ब्रह्मांड का प्रतीक है.

Shiva Natraj Significance: हिंदू धर्म में त्रिदेवों में भगवान शिव को सबसे शक्तिशाली व महत्वपूर्ण माना गया है. भगवान शिव की विभिन्न लीलाएं हमेशा से ही विचित्र व कौतूहल का विषय बनी रही हैं. शास्त्रों में भगवान शिव के कई रूपों का उल्लेख मिलता है. जिनमें से भगवान शिव का एक रूप नटराज भी हैं. भगवान शिव के आनंदमयी तांडव के रूप को नटराज कहा जाता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भगवान शिव का नटराज रूप निर्माण व विनाश दोनों का प्रतीक है. आपने भगवान शिव के नटराज रूप की मूर्ति देखी होगी, जिसमें उनके पैरों के नीचे कोई लेटा हुआ रहता है. आज हम आपको इसका रहस्य बताएंगे कि नटराज के पैरों के नीचे कौन हैं.

शिव का नटराज स्वरूप क्या है?
धर्म ग्रंथों के अनुसार, शिव के रौद्र तांडव को रुद्र कहा जाता है, जबकि शिव के आनंद तांडव को नटराज कहते हैं. शिव जब रौद्र तांडव करते हैं तो सृष्टि का विनाश हो जाता है. वहीं, शिव के आनंदमय तांडव से सृष्टि की उत्पत्ति हुई है. धर्म ग्रंथों में शिव के नटराज रूप की कई व्याख्याएं की गई हैं. नटराज शिव की चार भुजाएं होती हैं, जो अग्नि के चक्रों से घिरी हुई रहती हैं. उसके दाहिने हाथ में डमरू है, जो ध्वनि सृजन का प्रतीक है. अपने बायें हाथ में नटराज शिव ने अग्नि धारण की है, जो विनाश का प्रतीक है. नटराज शिव का दूसरा दाहिना हाथ अभय मुद्रा में रहता है, जो हमें बुराई से बचने की सीख देता है.

नटराज के पैरों के नीचे कौन हैं?
नटराज शिव का एक पैर उठा हुआ है, जो मोक्ष का प्रतीक है. इसका अर्थ कि भगवान शिव के चरणों में ही मोक्ष है. नटराज के चारों ओर अग्नि इस ब्रह्मांड का प्रतीक है. नटराज के शरीर पर सांप कुंडलिनी शक्ति का प्रतीक हैं. नटराज शिव के पैरों के नीचे कुचला हुआ दानव है, जो अज्ञानता का प्रतीक है. यह दर्शाता है कि शिव ने इस दानव को नष्ट कर दिया है. नटराज शिव की संपूर्ण आकृति ओंकार जैसी है, जो ॐ को दर्शाती है.

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Tags: Dharma Aastha, Dharma Culture

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