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MIT प्रोफेसर ने जीता कंप्यूटर साइंस का सबसे बड़ा पुरस्कार, उनका क्या है IIT मद्रास कनेक्शन ?


Marconi Prize 2023 : मार्कोनी प्राइज गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन को भी मिल चुका है.

Marconi Prize 2023 : मार्कोनी प्राइज गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन को भी मिल चुका है.

Marconi Prize 2023 : भारतीय मूल के अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट प्रोफेसर डॉ. हरि बालाकृष्णन ने मार्कोनी प्राइज जीता है. ...अधिक पढ़ें

Marconi Prize 2023 : भारतवंशी कंप्यूटर साइंटिस्ट डॉ. हरि बालाकृष्णन ने मार्कोनी प्राइज 2023 जीत जीत लिया है. डॉ. बालाकृष्णन मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में प्रोफेसर हैं. मार्कोनी प्राइज कंप्यूटर साइंटिस्ट्स के लिए सबसे बड़ा सम्मान है. इसे कम्युनिकेशन फील्ड का नोबेल भी कहा जाता है. इसमें एक लाख अमेरिकी डॉलर और एक ट्रॉफी प्रदान की जाती है. यह सम्मान अमेरिका के मार्कोनी फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है. डॉ. बालाकृष्णन को यह सम्मान वायर्ड एवं वायलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग और डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम्स में फंडामेंटल कंट्रीब्यूशन के लिए दिया गया है.

आईआईटी मद्रास से किया है बीटेक

डॉ. हरि बालाकृष्णन ने 1993 में आईआईटी मद्रास से बीटेक किया था. इसके बाद उन्होंने 1998 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से पीएचडी किया. उनका पीयर टू पीयर नेटवर्किंग, रिबस्ट राउटिंग और इंटरनेट आर्किटेक्चर में महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

ये भी पुरस्कार जीत चुके हैं बालाकृष्णन

इससे पहले उन्होंने 2020 में इन्फोसिस प्राइज और 2021 में IEEE Koji Kobayashi कंप्यूटर्स एंड कम्युनिकेशन अवार्ड जैसे अवार्ड जीता है.

किस किस को मिल चुका है मार्कोनी प्राइज ?

मार्कोनी प्राइज इससे पहले कई दिग्गज हस्तियों को मिल चुका है. जिसमें दुनिया की पहली वेबसाइट बनाने वाले सर टिम बर्नर्स ली, गूगल के को फाउंडर सर्गेई ब्रिन और मशहूर साइंस फिक्शन लेखक आर्थर सी. क्लार्क शामिल हैं.

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Tags: Education, Good news, Job and career, Nobel Prize

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