News18- Byju's Young Genius: मिलिए सिद्धार्थ गोपाल से जो कक्षा 1 से ओलंपियाड में ले रहे हैं हिस्सा

सिद्धार्थ विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं.
सिद्धार्थ (Siddharth Kumar Gopal) को 2020 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. सिद्धार्थ इंटरनेशनल मैथ्स ओलंपियाड में पहली रैंक हासिल कर चुके हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: March 4, 2021, 6:05 PM IST
नई दिल्ली. हिंदी की एक प्रचलित कहावत है 'होनहार बिरवान के होत चिकने पात'. इस कहावत का अर्थ है कि जो होनहार (प्रतिभाशाली) लोग होते हैं, उनके ढंग और गुण ही निराले होते हैं. ऐसी ही कहानी है सिद्धार्थ कुमार गोपाल (Siddharth Kumar Gopal) की. सिद्धार्थ को 2020 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. सिद्धार्थ इंटरनेशनल मैथ्स ओलंपियाड में पहली रैंक हासिल कर चुके हैं.
सिद्धार्थ गणित के जीनियस हैं. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित सिद्धार्थ इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड में गोल्ड ऑनर हासिल कर चुके हैं. इसके अलावा वो इंटरनेशनल यूथ मैथ चैलेंज में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. कक्षा 1 के बाद से ही वो कई ओलंपियाड में हिस्सा ले चुके हैं और अलग-अलग विषयों में रैंक हासिल करते रहे हैं. सिद्धार्थ एक शानदार डिबेटर भी हैं.
वो अमेरिकन मैथमेटिक्स कंप्टीशन में वैश्विक स्तर पर एक प्रतिशत प्रतिभागियों में शामिल होने के कारण सम्मानित किए जा चुके हैं. इसके अलावा जॉन हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ द्वारा भी उन्होंने पुरस्कृत किया जा चुका है.
जब अक्षर भी नहीं पढ़ पाते थे तभी याद कर लिया था एक भाषणसिद्धार्थ की मां बताती है-जब वो केजी में था तभी एक भाषण याद कर गया था. जबकि उसे तब तक ठीक से अक्षरों को पढ़ना भी नहीं आता था. लेकिन इसके बावजूद उसकी याद करने की क्षमता गजब की थी. वो अपने आप से भी प्रतियोगिता करता है.'
सिद्धार्थ के माता-पिता, डॉ. कुमार गोपाल और वंदना राजेंद्रन, दोनों ही अकादमिक क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं. और शायद यही वजह है कि सिद्धार्थ भी बेहद कम उम्र में इतने प्रतिभाशाली हैं. केवल 13 साल के सिद्धार्थ की वर्तमान में रुचि में फाइनेंस के सब्जेक्ट में है. लेकिन उनकी मां का कहना है कि निश्चित तौर पर जल्दी किसी और सब्जेक्ट में सिद्धार्थ की रुचि जगेगी. वो चाहती हैं कि उनका बेटा स्वस्थ रहे और हमेशा सरकारात्मक बना रहे.
बाईजूस यंग जीनियस, नेटवर्क 18 (Network 18) की नई पहल है जिसमें दर्शकों के सामने देशभर के हुनरमंद बच्चों को लाया जा रहा है. इसी पहल के तहत 27 फरवरी को सातवें एपिसोड में सिद्धार्थ गोपाल से दर्शकों को परिचित कराया गया. कार्यक्रम में उन्होंने खुद से जुड़ी हुई कई बातें बताईं.
सिद्धार्थ गणित के जीनियस हैं. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित सिद्धार्थ इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड में गोल्ड ऑनर हासिल कर चुके हैं. इसके अलावा वो इंटरनेशनल यूथ मैथ चैलेंज में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. कक्षा 1 के बाद से ही वो कई ओलंपियाड में हिस्सा ले चुके हैं और अलग-अलग विषयों में रैंक हासिल करते रहे हैं. सिद्धार्थ एक शानदार डिबेटर भी हैं.
वो अमेरिकन मैथमेटिक्स कंप्टीशन में वैश्विक स्तर पर एक प्रतिशत प्रतिभागियों में शामिल होने के कारण सम्मानित किए जा चुके हैं. इसके अलावा जॉन हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ द्वारा भी उन्होंने पुरस्कृत किया जा चुका है.

सिद्धार्थ के माता-पिता, डॉ. कुमार गोपाल और वंदना राजेंद्रन, दोनों ही अकादमिक क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं. और शायद यही वजह है कि सिद्धार्थ भी बेहद कम उम्र में इतने प्रतिभाशाली हैं. केवल 13 साल के सिद्धार्थ की वर्तमान में रुचि में फाइनेंस के सब्जेक्ट में है. लेकिन उनकी मां का कहना है कि निश्चित तौर पर जल्दी किसी और सब्जेक्ट में सिद्धार्थ की रुचि जगेगी. वो चाहती हैं कि उनका बेटा स्वस्थ रहे और हमेशा सरकारात्मक बना रहे.
बाईजूस यंग जीनियस, नेटवर्क 18 (Network 18) की नई पहल है जिसमें दर्शकों के सामने देशभर के हुनरमंद बच्चों को लाया जा रहा है. इसी पहल के तहत 27 फरवरी को सातवें एपिसोड में सिद्धार्थ गोपाल से दर्शकों को परिचित कराया गया. कार्यक्रम में उन्होंने खुद से जुड़ी हुई कई बातें बताईं.
सभी राज्यों की बोर्ड परीक्षाओं/ प्रतियोगी परीक्षाओं, उनकी तैयारी और जॉब्स/करियर से जुड़े Job Alert, हर खबर के लिए फॉलो करें- https://hindi.news18.com/news/career/