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#BYJUSYoungGenius2: वर्ल्‍ड चैंपियन ताजमुल इस्‍लाम, दो बार जीता गोल्‍ड मेडल, कश्‍मीर में सिखाती हैं किकबॉक्सिंग

तमाम मुश्किलों के बावजूद ताजमुल ने राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्‍ड मेडल जीता है.

तमाम मुश्किलों के बावजूद ताजमुल ने राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्‍ड मेडल जीता है.

#BYJUSYoungGenius2: देश के प्रतिभाशाली बच्चों से दर्शकों का परिचय करा रहे News18- Byju's Young Genius 2 सीरीज में इस बा ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. देश के प्रतिभाशाली बच्चों से दर्शकों का परिचय करा रहे News18- Byju’s Young Genius 2 सीरीज में इस बार आपकी मुलाकात तारकपोरा कश्‍मीर की रहने वाली ताजमुल इस्‍लाम से करा रहे हैं. ये  दो बार की वर्ल्‍ड किकबॉक्सिंग चैंपियन हैं और उनकी उम्र है मात्र 14 साल. इन्‍होंने अक्‍टूबर 2021 में दूसरी बार वर्ल्‍ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्‍ड मेडल जीता है. इससे पहले 2016 में भी वे वर्ल्‍ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्‍ड मेडल जीत चुकी हैं. यह एपिसोड 15 जनवरी को टेलीकास्ट होगा.

यह उपलब्धि इतनी आसान नहीं थी. सबसे पहली और सबसे बड़ी चुनौती तो उनके पिता ही थे, जिन्‍हें बेटी का किकबॉक्सिंग में जाना पसंद नहीं था. कश्‍मीर के बांदीपोरा जिले के तारकपोरा गांव में रहने वाली ताजमुल इस्‍लाम ने राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की हैं. पिता के सहयोग के बिना ही उन्‍होंने किकबॉक्सिंग सीखी. उन्‍होंने जम्मू में वर्ष 2015 में आयोजित सब जूनियर वर्ग किकबॉक्सिंग स्पर्धा में अपने पहले टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता. इस बड़ी जीत के बाद उनके पिता ने बेटी को समर्थन देने का प्रण किया. इसके बाद तो सफलता उन्‍हें मिलती चलीं गईं.

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उन्होंने  2015 में दिल्ली में आयोजित (अंडर-13 श्रेणी) राष्ट्रीय किकबॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीता. उसने 2016 में इटली के एंड्रिया में विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप जीती. अक्टूबर 2021 में, ताजमुल ने विश्व किकबॉक्सिंग में भारत का प्रतिनिधित्व किया और गोल्‍ड मेडल जीता है. दरअसल बांदीपोरा जिले के तारकपोरा गांव में किक बॉक्सिंग जैसे नए खेल के बारे में जानने वाले पहले कम थे. यह ताजमुल ने अपने शौक के बारे में बताया तो माता-पिता को यकीन नहीं हुआ.

ताजमुल ने बताया कि जब वह अपने चुने हुए खेल में चैंपियन बनी तो उसके परिवार ने भी सपोर्ट करना शुरू कर दिया, लेकिन 2016 में जब इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए जाना मुश्किल था. परिवार के पास इतना धन नहीं था कि वह बेटी को विदेश भेज सके. 2016 के बाद उसने किकबॉक्सिंग सिखाना शुरू किया. 12 साल की छोटी सी उम्र में, उसने कश्मीर में अपनी खुद की खेल अकादमी की स्थापना की जहां उसने 800 से अधिक छात्रों को ट्रेनिंग दी है. वर्तमान में, अकादमी की तारकपोरा और उसके आसपास 6 शाखाएं हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने का तरीका भी है.

Tags: Byjus Young Genius

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